MINING ENGINEERS’ ASSOCIATION OF INDIA: लौह अयस्क प्रसंस्करण के भविष्य पर एमईएआई तथा एनएमडीसी ने किया राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
माइनिंग इंजीनियर्स एशोसियेशन ऑफ इंडिया, हैदराबाद चैप्टर भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी के सहयोग से 16-17 फरवरी, 2024 के दौरान हैदराबाद में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कर रहा है।
हैदराबाद, MINING ENGINEERS’ ASSOCIATION OF INDIA: माइनिंग इंजीनियर्स एशोसियेशन ऑफ इंडिया, हैदराबाद चैप्टर भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी के सहयोग से 16-17 फरवरी, 2024 के दौरान हैदराबाद में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कर रहा है। “उन्नत लौह अयस्क बेनीफिसिएशन और सुस्थिर निम्न ग्रेड लौह अयस्क उपयोग” विषय पर ज्ञान साझा करने के उद्देश्य से संगोष्ठी का आयोजन उद्योग के सतत विकास की दिशा में सार्थक प्रगति के लिए किया गया।
शुक्रवार को इसके उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि श्री दिलीप कुमार मोहंती,
निदेशक (उत्पादन) एनएमडीसी ने कहा कि “निम्न श्रेणी के लौह अयस्क का बेनीफिसिएशन और उपयोग इस मूल्यवान खनिज से प्राप्ति को अधिकतम करने में निर्णायक बदलाव ला रहा है। खनिज सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के निर्माण में बेनीफिसिएशन प्रौद्योगिकी में प्रगति और निम्न श्रेणी के लौह अयस्क का उपयोग महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। लौह और अयस्क आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण कड़ी होने के साथ वे उत्पादन एवं दक्षता बढ़ाने में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और सुस्थिर भविष्य को मजबूती देते हैं।”
एमईएआई के अध्यक्ष श्री एस.एन. माथुर; टाटा स्टील के पूर्व कार्यकारी निदेशक
श्री वी.एस. राव, एनएमडीसी के पूर्व सीएमडी (प्रभारी) श्री एस.के. अग्रवाल, एमईएआई पत्रिका के संपादक डॉ. पी.वी. राव तथा ईआरएम ग्रुप के सीओओ श्री धनंजय जी. रेड्डी कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह में खनन उद्योग के इन दिग्गजों ने प्रतिभागियों को संबोधित किया और उन्हें भारत के खनन और धातु विज्ञान परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया।
इन दूरदर्शी नेताओं का स्वागत पीठासीन अधिकारी
एनएमडीसी के निदेशक (तकनीकी) एवं एमईएआई, हैदराबाद चैप्टर के अध्यक्ष श्री विनय कुमार ने किया। श्री विनय कुमार ने कहा कि “चूंकि खनन उद्योग खनिज जवाबदेही का निर्माण करने और औद्योगिक प्रगति को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है, हमें जिम्मेवार खनन की दिशा में उद्योग के लिए उच्चतर लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए।”
दो दिन की इस संगोष्ठी में उद्योग के विशेषज्ञों तथा एनएमडीसी,
एएम/एनएस, टाटा स्टील, एमएसपीएल, हैदराबाद विश्वविद्यालय तथा आईआईटी मद्रास एवं अन्य प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुतीकरण दिए जाएंगे तथा विचार-विमर्श किए जाएंगे। तत्पश्चात संगोष्ठी की संस्तुतियां सरकारी प्राधिकारियों को प्रेषित की जाएंगी।
उद्घाटन के दौरान एमईएआई और एनएमडीसी द्वारा “उन्नत लौह अयस्क बेनीफिसिएशन एवं सुस्थिर निम्न ग्रेड लौह अयस्क उपयोग” पर राष्ट्रीय संगोष्ठी की आधिकारिक स्मारिका का विमोचन भी किया गया।