दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र,सीबीआई जांच की मांग जानिए पूरी खबर.....
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि हर बार की तरह इस बार भी व्यापमं जैसा एक और घोटाला हुआ है, मप्र के बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
भोपाल : दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि हर बार की तरह इस बार भी व्यापमं जैसा एक और घोटाला हुआ, एक बार फिर एमपी के बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया, जब पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट आया तो टॉप 10 मेरिट में से 7 सिर्फ एक ही कॉलेज के हैं ग्वालियर में यह कॉलेज एक बीजेपी नेता का है |
पटवारी परीक्षा के नतीजों में हुई गड़बड़ी को लेकर हजारों की संख्या में छात्र अलग-अलग जिलों में कलेक्टोरेट पहुंचे और सरकार के नाम नतीजों की जांच के लिए ज्ञापन सौंपा. ग्वालियर में एक निजी कॉलेज का घेराव करते हुए छात्रों ने परीक्षा परिणाम पर सवाल उठाए. इसके बाद कांग्रेस में नतीजे को लेकर हंगामा शुरू हो गयाहालांकि, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के सभी आरोपों को निराधार बताते हुए सवाल दर सवाल जनता के सामने रखे। अब इस रिजल्ट को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है |
दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दो पन्नों का पत्र लिखा है, पत्र में उन्होंने पूर्व प्रदेश गौरव त्रिपाठी के पत्र में उल्लिखित 8 बिंदुओं का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा है युवा कांग्रेस के प्रवक्ता कृपया इसकी समीक्षा करें |
पटवारी भर्ती परीक्षा परिणाम को बताया छात्रों के साथ धोखा
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि हर बार की तरह इस बार भी व्यापमं जैसा एक और घोटाला हुआ, एक बार फिर एमपी के बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया, जब पटवारी भर्ती परीक्षा के नतीजे आए तो टॉप 10 में मिरिक था, 7 तो सिर्फ के हैं ग्वालियर में एक कॉलेज, ये कॉलेज एक बीजेपी नेता का है |
इस प्रक्रिया को रोकने और मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई है
दिग्विजय सिंह ने लिखा- मेरा खुला आरोप है कि इस ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में योजनाबद्ध तरीके से गड़बड़ी करने की कोशिश की गई है, परीक्षा के नतीजे बहुत कुछ संकेत दे रहे हैं, उन्होंने कहा- मेरी मांग है कि इस प्रक्रिया को इसी स्थिति में रखा जाए. इसे रोका जाए और पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए और इस व्यापम पार्ट-3 में सरकारी पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की गई पटवारी परीक्षा को रद्द कर प्रत्येक जिले में एक ही दिन ऑफलाइन परीक्षा आयोजित की जाए।