PM मोदी ने विकसित भारत@2047 आइडियाज का किया शुभारंभ, छत्तीसगढ़ राजभवन में भी प्रसारण
पीएम मोदीन ने विकसित भारत @2047 आइडियास का शुभारंभ किया. इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि 29 साल की औसत आयु के साथ सबसे युवा देशों में से एक हैं
रायपुर : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली में विकसित भारत @2047 आइडियास पहल का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम का वर्चुअल प्रसारण छत्तीसगढ़ राजभवन में भी आयोजित किया गया. युवाओं को विकसित भारत विजन-2047 से जोड़ने के लिए युवाओं की आवाज पर एक कार्यशाला भी आयोजित की गई. कार्यशाला में विकसित भारत, सशक्त भारतीय, सम्पन्न और टिकाऊ अर्थव्यवस्था सुशासन एवं सुरक्षा और विश्व में भारत के विषयों पर चर्चा की जायेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वर्चुअल संबोधन में नया भारत और नए विश्व के सृजन के लिए इस विजन को जनआंदोलन बनाने का आह्वान किया. पीएम मोदी ने शिक्षा जगत के महानुभावों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा संस्थानों की भूमिका व्यक्तित्व निर्माण की होती है और व्यक्तित्व के निर्माण से राष्ट्र निर्माण होता है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हर युवा को यह संकल्प लेना चाहिए कि वे जो भी करेंगे, एक विकसित भारत के निर्माण के लिए करेंगे. आजादी के लिए नई चेतना का संचार करने में विश्वविद्यालयों ने अहम भूमिका निभाई थी।
‘राष्ट्र निर्माण में युवाओं महत्वपूर्ण योगदान’
कार्यशाला में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लिए मिशन मोड में काम करने की आवश्यकता है. इस मिशन में योगदान देने के लिए युवाओं को आमंत्रित करके उनके नए विचारों को राष्ट्र निर्माण में शामिल करना महत्वपूर्ण है. इसके बारे में विश्वविद्यालय के शिक्षाविदों विचार करना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि यह भारत का अमृत काल है. पिछले सालों में समग्र शिक्षा और विश्वविद्यालयों आईआईटी, आईआईएम, मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों, कौशल विकास और अन्य कई योजनाओं, नीतियों के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक ढांचे में बड़े पैमाने पर विस्तार हुआ है।
राज्यपाल ने क्या कहा?
राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने कहा कि 144 करोड़ की आबादी के साथ भारत 29 साल की औसत आयु के साथ सबसे युवा देशों में से एक है. यह दुनिया की कुल युवा आबादी का लगभग 20 फीसदी है. यह एक बहुत बड़ा अवसर है. जिसके 2047 तक बने रहने की संभावना है. इस लाभांश का अच्छी तरह से उपयोग करके हम भारत को एक विकसित और सशक्त भारत के रूप में आगे बढ़ा सकते हैं. कार्यशाला में विभिन्न विश्वविद्यालयों के विद्ववानों ने विकसित भारत की 2047 की परिकल्पना पर व्याख्यान दिया।