पंत के हर फैसले का पूरी तरह से समर्थन करते हैं पोंटिंग
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
मुंबई : दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत के मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान मैदान पर लिये गये फैसलों की भले ही पूर्व खिलाड़ियों ने आलोचना की हो लेकिन टीम के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने इस विकेटकीपर बल्लेबाज का पूरा समर्थन करते हुए कहा कि ‘बाहर से निर्णय करना आसान होता है।’
पंत की अगुवाई में दिल्ली ने अब तक जो 11 मैच खेले हैं उनमें से केवल पांच में उसने जीत दर्ज की है। उसे रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स के हाथों 91 रन से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। गेंदबाजी में बदलाव और मैच में महत्वपूर्ण मोड़ पर गेंदबाजों के चयन को लेकर पंत की वीरेंद्र सहवाग जैसे पूर्व खिलाड़ियों ने आलोचना की है, लेकिन आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने कहा कि वह पंत के हर फैसले का पूरी तरह से समर्थन करते हैं।
पोंटिंग ने मैच के बाद कहा, ‘‘मैं उनके (पंत) मैदान पर लिये गये हर फैसले का पूरी तरह से समर्थन करता हूं। मैंने भी टी20 में कप्तानी की है और मैं जानता हूं कि विशेषकर अत्यधिक दबाव की स्थिति में आपके पास सोचने के लिये बहुत अधिक समय नहीं होता है।” उन्होंने कहा, ‘‘बाहर बैठकर फैसले करना आसान होता है, लेकिन जब आप मैदान पर होते हैं तो यह आसान काम नहीं होता।’ पोंटिंग ने कहा, ‘‘एक कप्तान बहुत कम समय में निर्णय लेता है और वह जो भी फैसला करता है उसे लगता है कि मैच की तत्कालीन परिस्थितियों में टीम के लिए सबसे अच्छा है। वह फैसले करते समय सीमा रेखा की दूरी और क्रीज पर मौजूद बल्लेबाजों जैसी चीजों को ध्यान में रखता है।”
पोंटिंग ने हालांकि स्वीकार किया कि चेन्नई के खिलाफ करारी हार में उनकी टीम ने खेल के सभी विभागों में खराब प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी गेंदबाजी अच्छी नहीं थी। हमारी बल्लेबाजी भी बहुत खराब थी। इस मैच में हमारे लिये बहुत अधिक सकारात्मक पहलू नहीं रहे। केवल खलील अहमद का प्रदर्शन सकारात्मक पहलू रहा। उसने फिर से शानदार गेंदबाजी की।’
पोंटिंग ने कहा, ‘‘हमने 91 रन से यह मैच गंवाया जिससे हमारे नेट रन रेट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसका मतलब है कि हमें अपने आगामी मैचों में बहुत अच्छा प्रदर्शन करना होगा।’ उन्होंने हालांकि कहा कि दिल्ली की टीम अपने बाकी बचे तीनों मैच जीतकर प्लेऑफ में जगह बना सकती है। पोंटिंग ने कहा, ‘हम तीन जीत से प्लेऑफ में जगह बना सकते हैं। इसके लिये आठ जीत पर्याप्त हो सकती हैं और एक बड़ी जीत हमारे नेट रन रेट में सुधार कर सकती है। कौन जानता है हम फाइनल में भी पहुंच जाएं।’
(जी.एन.एस)