देश में एक नजीर बनी है अलग से कृषि बजट प्रस्तुत करने की पहल

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
अलवर : राज्य सरकार द्वारा किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अलग से कृषि बजट प्रस्तुत करने की पहल की गई है, जो देश में एक नजीर बनी है। किसानों की समृद्धि, खुशहाली एवं फसलों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ प्राप्त कर किसान खुशहाली की ओर अग्रसर हैं। इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा फसल को आवारा पशुओं से बचाने के लिए तारबंदी योजना संचालित की जा रही है जिसमें किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है।
अलवर जिले की ग्राम पंचायत बिलाली निवासी संग्राम सिंह बताते हैं कि वह खेती-किसानी का कार्य करते हैं। क्षेत्र में आवारा जानवरों से फसलों में नुकसान की गंभीर समस्या थी। अपनी फसल को बचाने के लिए संग्राम सिंह और उनके परिवार को दिन-रात खेतों में रहकर अपनी फसल की निगरानी करनी पडती थी। उन्होंने इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए स्थानीय कृषि केंद्र पर सम्पर्क किया, जहां से उन्हें तारबंदी योजना की सम्पूर्ण जानकारी मिली। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उन्हें कृषि केंद्र के अधिकारी की ओर से पूर्ण सहयोग मिला। तारबंदी योजना के तहत संग्राम सिंह ने अपने खेत की तारबंदी करवाई तथा योजना के तहत अनुदान भी प्राप्त किया। संग्राम सिंह बताते हैं कि अब खेत में तारबंदी होने की वजह से उन्हें रात-रात जागकर निगरानी करने की समस्या से निजात मिल गई है। उनका कहना है कि अब फसल का नुकसान भी नहीं होता जिससे आर्थिक लाभ भी बढा है।
इसी प्रकार अलवर जिले की बानसूर तहसील के ग्राम साथलपुर निवासी रतनपाल सिंह भी कृषि एवं पशुपालन कार्य से अपना जीवन निर्वाह करते हैं। जंगली जानवरों द्वारा फसलों के नुकसान से परेशान होकर उन्होंने कृषि विभाग की तारबंदी योजना का लाभ प्राप्त कर अपने खेत में तारबंदी करवाई। इससे रतनपाल सिंह को आवारा पशुओं से अपनी फसल को बचाने में मदद मिली है तथा अनुदान के रूप में 48 हजार रूपये की राशि का भुगतान भी प्राप्त हो गया है। रतनपाल कहते हैं कि अब आवारा पशुओं से उनका खेत पूर्ण रूप से सुरक्षित है तथा अब वह खाद्यान्न फसलों के साथ-साथ अपने खेत में सब्जियां भी उगाने लगे हैं, जिससे उन्हें अतिरिक्त आर्थिक लाभ प्राप्त हो रहा है। संग्राम सिंह एवं रतनसिंह ने तारंबदी योजना में लाभ देने पर राज्य सरकार व कृषि विभाग का आभार व्यक्त किया है।