प्रदेश में जन सहभागिता से चल रहा है जल स्रोतों का संवर्धन एवं संरक्षण

भोपाल
प्रदेश में 30 मार्च से शुरू हुए जल गंगा संवर्धन अभियान अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जल संरक्षण पर 7 प्रमुख बिन्दु तय किये थे। इन बिन्दुओं में जल संरक्षण से जुड़ी व्यापक योजना तैयार करना, वर्षा जल संचयन प्रणाली को बढ़ावा देना, जल प्रदूषण नियंत्रण और जल शुद्धिकरण, समुदाय की भागीदरी सुनिश्चित करना, तकनीकी सहायता उपलब्ध करवाना प्रमुख थे। अभियान में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश में इन बिन्दुओं को केन्द्रित करते हुए जल गंगा संवर्धन अभियान का प्रत्येक जिले में जन भागीदारी से संचालन किया जा रहा है।

विद्यार्थियों ने ग्रामीणों से की पानी बचाने की अपील
छिन्दवाड़ा जिले के जुन्नारदेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आह्वान पर जन अभियान परिषद छात्र-छात्राओं के सहयोग से जल का महत्व समझाने के लिये दीवार लेखन करा रही है। मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम कार्यक्रम में बीएस डब्ल्यू- एमएसडब्ल्यु के छात्र-छात्राओं के द्वारा सेक्टर क्रमांक 02 विकासखंड जुन्नारदेव के ग्राम पंचायत जुन्नारदेव विशाला एवं जुन्नारदेव दमामी, शिव नगरी मंदिर परिसर में अंतर्गत जल है तो कल है, जल ही जीवन है, हम सबने ठाना है, पानी को बचाना है सहित विभिन्न प्रकार के नारों का दीवार लेखन के माध्यम से ग्रामीणों जनों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा हैं।

  ग्राम पंचायत मरकाढ़ाना के तवानगर में नवांकुर संस्था ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति परिवर्तित दृष्टि सामाजिक विकास एवं कल्याण संस्थान ने तवा नदी के उद्गम स्थल में सामूहिक रूप से श्रमदान किया तथा तय किया गया है कि परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में यहां निरंतर सामूहिक सहभागिता से जल स्रोतों की सफाई का कार्य किया जायेगा।

    स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान में की जा रही सहभागिता
सीधी जिले में सभी 25 सेक्टर्स में निरंतर जन सहभागिता से जल संरक्षण एवं जन जागरूकता के लिये अनेकों प्रकार के कार्यक्रम संपन्न किये जा रहे हैं। कुसमी विकासखंड में स्थित बरी नदी पर डैम की साफ-सफाई एवं पानी को रोकने के लिये श्रमदान किया गया। यह कार्य निरंतर 30 जून तक संचालित किया जाएगा, जिसमें प्रस्फुटन समितियां, मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के छात्र-छात्रा, नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा जन सहभागिता से कार्यक्रम संपन्न करेंगे।

सीएम राईज विद्यालय चितरंगी में चित्रकला प्रतियोगिता
सिंगरौली जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में जल है तो कल की भावना को ध्यान में रखते हुए 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान जल संरचनाओं की साफ सफाई कराये जाने के साथ ही उनका जीर्णोद्धार, नवीन जल संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। चितरंगी मुख्यालय के सीएम राइज विद्यालय में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा 9 से 12 तक के छात्र छात्राओं ने 9 ग्रुपों में प्रतिभागी रहे।  विद्यालय के छात्रो ने आकर्षक चित्रकारी कर आम लोगो का संरक्षण का संदेश दिया।

मानव श्रृंखला बनाकर किया श्रमदान
कटनी जिले में पानी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत कार्य किए जा रहे है। तालाब की सीढ़ियों पर पड़े कचरे को भी साफ किया गया। जल स्रोतों के पास मानव श्रृंखला बनाकर जल के महत्व का संदेश दिया गया। जिले में पौध-रोपण के लिये अभी से कार्ययोजना तैयार की जा रही है। जिले में सार्वजनिक स्थानों की दीवारों पर जल के महत्व पर केन्द्रित संदेश लिखे जा रहे हैं।

सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाली होती हैं साहसिक गतिविधियां
जबलपुर संभाग के मंडला जिले के देवरी में चल रहे झील महोत्सव का निरीक्षण मंडला कलेक्टर श्री सोमेश मिश्र ने किया। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय के बीच जल संवर्धन अभिायन की चर्चा भी की। उन्होंने स्पीड बोट पर बैठकर बरगी बांध से समूचे महोत्सव परिसर की गतिविधियां देखीं। आयोजन की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाले होते हैं। नर्मदा नदी के किनारे बसे देवरी बकई में बरगी बांध की अथाह जलराशि के निकट आयोजित झील महोत्सव न केवल साहसिक गतिविधियों का गवाह बन रहा है, बल्कि पर्यटन और संस्कृति के प्रेमियों के लिए भी अनूठा आकर्षण प्रस्तुत कर रहा है।

जल का महत्व बताने ग्राम पंचायतों में हुआ दीवार लेखन का कार्य
नरसिहंपुर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में लोगों को जल का महत्व बताने के लिए जिले की ग्राम पंचायतों और नगरीय क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। लोगों को जल का महत्व बताने के साथ अभियान से जुड़ने और अन्य लोगों को भी प्रेरित करने के लिए कहा जा रहा है। जिले में दीवार लेखन के साथ संगोष्ठी, प्रतियोगिताओं और अन्य गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।

सिवनी जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर विविध गतिविधियां संचालित हो रही हैं। इसी कड़ी में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग खंड सिवनी द्वारा ग्रामों  में नलजल योजना के स्रोतों की जियो टैगिंग कार्य करते हुए टूटी-फूटी एवं लीकेज पाईप लाइनों का मरम्मत कार्य किया गया एवं स्थानीय जनों को  नदी, तालाबों एवं अन्य जल स्त्रोतों तथा जल की उपयोगिता महत्वता से ग्रामीणों को अवगत कराया गया।  इसी क्रम में जिला कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन ने ग्राम बैगा पिपरिया में जनसमुदाय को जलवायु परिवर्तन और इससे होने वाली दिक्कतों तथा जल के महत्व के बारे में जानकारी दी। सोहागपुर में जल श्रोतों के स्वच्छता कार्य वॉटर रिचार्जपिट के लिये गहरीकरण कार्य में श्रमदान किया गया। ग्रामीणों की चौपाल लगाकर जल संवर्धन अभियान पर चर्चा की गई।

 

India Edge News Desk

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