व्यापार आगे बढाने की असमर्थता को दूर किया राजस्थान सरकार की इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना ने

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
नागौर : नागौर शहर के चेनार निवासी रामचंद्र पुत्र शंकरलाल छोटे मोटे काम करके अपनी आजीविका चलाते थे। वह अपने छोटे से ठेले के माध्यम से फल व सब्जियां बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। इसके साथ ही वह अतिरिक्त समय में मजदूरी का कार्य भी करते थे। कई बार रामचंद्र के मन में फल व सब्जियों के व्यापार को बढाने का विचार आया लेकिन आर्थिक परेशानियों के कारण वह अपने व्यापार को आगे बढाने में असमर्थ थे। उनकी इस असमर्थता को दूर किया राजस्थान सरकार की इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना ने।
रामचंद्र को इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना में 50,000 रूपए की ब्याजमुक्त राशि का ऋण प्राप्त हुआ। इससे उन्होंने अपने फल सब्जियों के व्यापार को आसानी से आगे बढा़या। उन्होंने बताया कि पहले वह एक अस्थाई छोटा सा ठेला लेकर गली गली फेरी लगाकर फल व सब्जियां बेचते थे, अब ठेले को नए रूप में बनवाकर नागौर शहर के बाजार में स्थाई रूप से फलों व सब्जियों का व्यापार कर रहा है। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी भी प्राप्त हो रही है।
रामचंद्र बताते हैं कि बैंक से आसानी से लोन नहीं मिलने के कारण व्यापार बढाने के अपने सपने को पूरा नहीं कर पाते हैं। राजस्थान सरकार की इंदिरा गांधी क्रेडिट कार्ड योजना छोटे व्यापारियों के लिए उम्मीद की नई किरण बन कर आई है। इस योजना से लाभान्वित होकर मैं और मेरे जैसे कई व्यक्ति अपने छोटे छोटे व्यापार को बढाकर अच्छा रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। इससे हमारी आय में भी वृद्धि हुई है। इस योजना के लिए रामचंद्र राजस्थान सरकार का धन्यवाद देते हुए कहते हैं इस योजना के माध्यम से हमें कठिन समय में आर्थिक सहायता मिली है जो हमारे जीवन निर्वाह्न में बड़ा सहारा बनी है।