रायपुर दक्षिण में रामसुंदर दास का मुकाबला बृजमोहन से होगा, जानिए भगवाधारी महंत पर कांग्रेस ने क्यों लगाया दांव?
छत्तीसगढ़ में 2 चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने अधिकतर सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दिया है
रायपुर : कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए 53 प्रत्याशियों वाली दूसरी लिस्ट जारी की तो इसमें महंत रामसुंदर दास का नाम भी शामिल हैं। जो छत्तीसगढ़ के दूधाधारी मंदिर के महंत हैं।
दिसंबर 2021 में दास उसे टाइम ट्रेडिंग में आए जब उन्होंने रायपुर में हुई धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक बयान का खुलकर विरोध किया था। उन्होंने मंच से ही विरोध जताते हुए खुद को धर्म संसद से अलग कर लिया था।
रामसुंदर दास और बृजमोहन अग्रवाल आमने सामने :
2023 नवंबर में होने जा रहे चुनाव में रामसुंदर को कांग्रेस पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाकर एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। रामसुंदर का मुकाबाल रायपुर दक्षिण सीट पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल से होगा, जोकि इस सीट से लगातार 10 बार जीत चुके हैं। अब रामसुंदर दास और बृजमोहन अग्रवाल में मतदाता किसे अपना विधायक बनाती है यह तो तीन दिसंबर को मतगणना के बाद ही साफ होगा, लेकिन रायपुर दक्षिण सीट की गिनती हॉट सीट में होने लगी है।
महंत रामसुंदर दास पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं :
दरअसल, उस धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को अपशब्द बयान दिए थे। कालीचरण की बदजुबानी पर कई लोगों ने वह वही की थी। कुछ चुप रहे लेकिन रामसुंदर दास ने इसका खुलकर विरोध किया। उन्होंने ना सिर्फ मंच पर जाकर विरोध जताया बल्कि कार्यक्रम छोड़कर जाने का ऐलान कर दिया था। महंत रामसुंदर दास पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। वह कांग्रेस के टिकट पर पहले भी चुनाव मैदान में थे। 2003 में वह छत्तीसगढ़ के पामगढ़ से लड़े थे और जीत भी हासिल की थी। 2008 में उन्होंने जयजयपुर से चुनाव जीता था। लेकिन 2013 में उसी सीट पर उन्हें हर का सामना करना पड़ा। 2018 में भूपेश बघेल की सरकार बनी तो उन्हें गौ सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था। महंत रामसुंदर दास अक्सर बघेल के साथ नजर आते हैं और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाते हैं।