रांची में भड़की हिंसा के बाद स्थिति में तेजी से हो रहे सुधार, छह थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा हटा ली
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
रांची : भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं निष्कासित नेता नवीन जिंदल की मोहम्मद साहब पर टिप्पणी के बाद झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को भड़की हिंसा के बाद स्थिति में तेजी से हो रहे सुधार को देखते हुए रविवार दोपहर जिला प्रशासन ने बारह में से छह थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा हटा ली। पुलिस ने हिंसा के मामले में जांच का दायरा बढ़ाते हुए 25 प्राथमिकी दर्ज की हैं जिनमें 24 नामजद समेत सैकड़ों लोगों को आरोपी बनाया गया है।
रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार झा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन करके बताया कि रांची में स्थिति में सुधार को देखते हुए बारह में से छह थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा हटाने का फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि आज दोपहर से मेन रोड और आसपास के छह थाना क्षेत्रों को छोड़कर शहर के अन्य छह थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा हटा ली गयी।
अपराह्न एक बजे से शाम पांच बजे तक हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को अपने आवश्यक कार्यों के लिए घरों से बाहर निकलने की इजाजत दी गयी लेकिन सभी को यह निर्देश है कि वे किसी भी हाल में चार से अधिक की संख्या में एकसाथ बाहर न निकलें। इस बीच राजेन्द्र आयुर्विग्यान संस्थान के प्रवक्ता डा. डी के सिन्हा ने बताया कि संस्थान में भर्ती 13 घायलों में से छह को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि भर्ती घायलों में अभी एक घायल नदीम अंसारी की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे अस्पताल के गहन चिकित्सका इकाई में भर्ती किया गया है।
इससे पूर्व रांची समेत राज्य के सभी भागों में तनाव में कमी को देखते हुए राजधानी रांची में पिछले छत्तीस घंटे से बंद इंटरनेट सेवा आज तड़के बहाल कर दी गयी। दूसरी ओर रांची और आसपास के इलाकों में अर्धसैनिक बलों एवं पुलिस की भारी तैनाती यथावत् जारी रखी गयी है। झारखंड पुलिस के प्रवक्ता एवं महानिरीक्षक ए वी होमकर ने बताया कि रांची में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ द्वारा किये गये पथराव, तोड़फोड़ और हिंसा के सिलसिले में कार्रवाई में तेजी लाते हुए पुलिस ने 24 नामजद समेत पांच हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ अब तक 25 प्राथमिकी दर्ज की हैं।
(जी.एन.एस)