चिरंजीवी योजना से प्रीमेच्योर बेबी को मिला नवजीवन

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना प्रदेशवासियों के लिए जीवनदायी साबित हो रही है। हाल ही में एक ऐसा ही मामला ख्याली, जिला चूरू निवासी श्रीमती विनोद कंवर का सामाने आया है। विनोद कंवर ने एक प्रिमेच्योर बच्चे को जन्म दिया।
प्रीमेच्योर बेबी के पिता गजेन्द्र सिंह ने कहा कि बच्चे के जन्म पर निजी अस्पताल में कुल 40 हजार रुपये का खर्च हुआ था। पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण बच्चे का आगे इलाज कराना मुश्किल हो पा रहा था। इसके चलते हमें यह लग रहा था कि यह शिशु बच भी पायेगा या नही।
उन्होंने बताया कि बाद में हमने चिरंजीवी योजना में अधिकृत झुंझुनू जिला मुख्यालय पर स्थित निजी हॉस्पिटल में बच्चे को भर्ती करवाया। भर्ती करवाने के बाद बच्चे की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होता गया। उन्होंने कहा की चिरंजीवी योजना से हमारे बच्चे को नवजीवन मिला है। प्रीमेच्योर बेबी का उपचार 36 दिन तक चला और लगभग 2 लाख रुपये का खर्चा आया। लेकिन योजना के तहत निःशुल्क उपचार के बाद अब उनका बच्चा पूर्णतः स्वस्थ हो चुका है और हमें आर्थिक रूप से भी राहत मिली है।
बच्चे के पिता ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार जताते हुए कहा कि हम बहुत खुश हैं। मुख्यमंत्री की योजना की वजह से ही हमारे बच्चे को नवजीवन मिला हैं।
अस्पताल के संचालक डॉ.पीएल काजला ने बताया कि जब बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया तब इसका वजन 740 ग्राम था, ऑर्गन डबल नहीं हुए थे। इसके लिए निरंतर दवा दी गई, केयर की गई जिससे शिशु का वजन 1.26 किलो ग्राम हो गया। अब इसके ऑर्गन डवलप हो चुके हैं और 36 दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद नॉर्मल होने पर शिशु को डस्चार्ज किया गया।
इस अवसर पर झुंझुनू जिले के सीएमएचओ डॉ.राजकुमार डांगी ने कहा कि इस बच्चे के उपचार के लिए 36 दिन का 2 लाख 1 हजार रुपये का क्लेम बुक किया गया है। यह बहुत ही खुशी की बात है कि योजना से अधिकृत पल्स अस्पताल में ऐसी जीवन रक्षक सुविधा उपलब्ध है, जिससे गरीब लोगों का उपचार कैशलेस किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं सभी जिले वासियों से निवेदन करता हूँ कि जिन्होंने भी चिरंजीवी योजना में अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है वो अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवायें ताकि किसी भी समय चिकित्सा की जरूरत पड़े तो बिना पैसे और व्यवधान के उपचार सुलभ हो सके।