कुबेरेश्वर धाम में 25 फरवरी से तीन मार्च तक रुद्राक्ष महोत्सव, कहा- सनतान धर्म मानने वाले ही आएं

सीहोर
पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव शिव महापुराण की तैयारी शुरू हो गई है। यह सीहोर में होने वाला सबसे बड़ा आयोजन होता है। पूरे देश करीब लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। पिछले कुछ सालों से इस आयोजन को लेकर इंदौर भोपाल हाईवे पर भीषण जाम लगता है। कुबेरेश्वर धाम के प्रमुख पंडित प्रदीप मिश्रा ने रुद्राक्ष महोत्सव शिव महापुराण को लेकर जानकारी दी है।

25 फरवरी से तीन मार्च तक रुद्राक्ष महोत्सव

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि इस बार फिर से रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। यह 25 फरवरी से तीन मार्च तक चलेगा। कुबेरेश्वर धाम में ही रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि अभी उप्र में कुंभ चल रहा है। जिसके कारण बड़ी संख्या में भगवान शिव की पवित्र भूमि कुबेरेश्वरधाम में लोग आएंगे, इस साल पिछले साल के अनुमान से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

जिला प्रशासन के साथ तैयारी शुरू

उन्होंने कहा कि इसे लेकर जिला प्रशासन ने समिति के साथ बैठक की है। सुरक्षा के साथ ही नेशनल हाईवे पर आवागमन सुगम बनाए रखने के लिए मार्ग परिवर्तित करने और वैकल्पिक मार्ग के संबंध में चर्चा की।

ये होगी व्यवस्था

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि कथा के दौरान पेयजल, बिजली, साफ-सफाई, अस्थाई शौचालय, पार्किंग, हेल्थ कैम्प, आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, कन्ट्रोल रूम, सहायता केंद्र, मार्ग मरम्मत सहित अन्य व्यवस्थाएं सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। स्टेशन से कुबेरेश्वर धाम तक चलने वाले ऑटो, टैक्सी और पार्किंग की दर निर्धारित करने के भी प्रशासनिक अधिकारियों ने निर्देश दिए।

सनातन धर्म को मानने वाले ही पहुंचे

वहीं, पंडित प्रदीप मिश्रा ने बड़ा बयान देते हुए कहा सनातन धर्म को मानने वाला ही यहां पर पहुंचे। शिव भक्त, शिव की भक्ति करने वाला व्यक्ति यहां आये। जो सनातन को मानताहो, जानता हो, वह मंदिर पहुंचे। वैसे तो यहां हर धर्म का व्यक्ति आए हमें कोई दिक्कत नहीं।

महोत्सव के कार्यक्रम और व्यवस्थाएं
कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने प्रेस वार्ता में बताया कि धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन, क्षेत्रवासी और समितियां पूरी तरह से एकजुट हैं। सात दिवसीय महोत्सव में सुबह रुद्राक्ष से बनाए गए शिवलिंग का अभिषेक किया जाएगा। इसके अलावा दोपहर में कथा और रात्रि में सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इस बार रुद्राक्ष महोत्सव में सवा करोड़ से अधिक रुद्राक्षों को अभिमंत्रित किया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए चाय, नाश्ते, भोजन, पेयजल, शौचालय और वाहनों की पार्किंग की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी।

कुंभ की तर्ज पर होगा आयोजन
पंडित मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुंभ चल रहा है। इसके कारण बड़ी संख्या में भगवान शिव की पवित्र भूमि कुबेरेश्वरधाम में श्रद्धालु आएंगे। इस साल पिछले साल की तुलना में अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

बैठने और ठहरने की व्यवस्था
पत्रकार वार्ता के दौरान समिति की ओर से जानकारी देते हुए पंडित समीर शुक्ला ने बताया कि कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के बैठने और ठहरने के लिए चार डोम का निर्माण किया जाएगा, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु कथा का श्रवण कर सकेंगे। इसके अलावा 20 एकड़ से अधिक क्षेत्र में कमरे आदि का निर्माण किया जा रहा है। वहीं, हजारों की संख्या में सेवादार अपनी सेवाएं देंगे।

बैठक कर दिए गए निर्देश
जिला प्रशासन ने बीते सोमवार को समिति के साथ बैठक की। कथा के दौरान बेहतर इंतजाम, सुरक्षा, और नेशनल हाईवे पर आवागमन सुगम बनाए रखने के लिए मार्ग परिवर्तित करने तथा वैकल्पिक मार्गों पर चर्चा हुई। साथ ही पेयजल, बिजली, साफ-सफाई, अस्थाई शौचालय, पार्किंग, स्वास्थ्य शिविर, आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, कंट्रोल रूम, सहायता केंद्र, और मार्ग मरम्मत जैसी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से बनाए रखने के निर्देश दिए गए। स्टेशन से कुबेरेश्वर धाम तक चलने वाले ऑटो, टैक्सी, और पार्किंग की दरें निर्धारित करने के भी निर्देश दिए गए।

धार्मिक कार्यक्रम सुबह से देर रात तक
भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में रुद्राक्ष महोत्सव के सात दिवसीय कार्यक्रमों का श्रीगणेश किया जाएगा। इसमें सुबह रुद्राक्ष से बनाए गए शिवलिंग का अभिषेक होगा। दोपहर में कथा और रात्रि में सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

India Edge News Desk

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