त्रिवेणी तट पर जुटे संत, बोले- आध्यात्म के रास्ते से ही निकलेगा विश्व शांति का रास्ता
राजिम के त्रिवेणी संगम स्थल पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्थान के तत्वावधान में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया.
रायपुर. राजिम के त्रिवेणी संगम स्थल पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्थान के तत्वावधान में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें देशभर से साधु-संत और महामंडलेश्वर शामिल हुए। इस दौरान सभी संतों ने एक स्वर से भारत को स्वर्णिम बनाने और विश्व में शांति स्थापित करने का संकल्प लिया। साथ ही संदेश दिया कि विश्व शांति का मार्ग अध्यात्म के मार्ग से ही मिलता है। बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुत्फ उठाया |
राजिम सेंटर में ग्लोबल पीस हॉल का उद्घाटन किया गया
इस कार्यक्रम के लिए जुलूस निकाला गया, जिसमें राजिमवासियों ने शामिल होकर दर्शन-पूजन किया. इंदौर से आए ब्रह्माकुमार नारायण भाई ने सभा के उद्देश्य के बारे में कहा कि यह कार्यक्रम प्रेरणादायक है. पुष्पा बहन की मेहनत से पहली बार ब्रह्माकुमारीज स्तर का भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। रामनाथ भाई की प्रेरणा से इस संत सम्मेलन का आयोजन बड़े पैमाने पर किया गया है।
योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि इस तरह का संत सम्मेलन सभी केंद्रों पर होना चाहिए
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज राजयोग के माध्यम से जीवन में सुख, समृद्धि और सदाचार लाती है। वह पिछले 40 वर्षों से इस संस्थान से जुड़े हुए हैं। सम्मेलन में आचार्य श्रीवत्स महाराज, रामबालक दास, संत युधिष्ठिर लाल, राजयोगिनी बीके आरती दीदी, अयोध्या से आये रुद्रानंद प्रचंड वेगनाथ सहित बड़ी संख्या में संस्थान की बहनें उपस्थित थीं |
तेजी से बदलाव का चक्र
उन्होंने कहा कि बदलाव का चक्र बहुत तेजी से चल रहा है. आज व्यक्ति के पास भौतिक वस्तुएं तो हैं, लेकिन वह अंदर से खोखला होता जा रहा है। समाज के भीतर वांछित सद्भाव एवं अच्छाई के स्थान पर दुष्टता, अराजकता एवं स्वार्थपरता दृष्टिगोचर हो रही है। इस चिंतन की आवश्यकता है |