साइंस फिल्म फेस्टीवल से सामाजिक जीवन में आयेगा बदलाव : सखलेचा

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
भोपाल : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि साइंस फिल्म फेस्टीवल से सामाजिक जीवन में बदलाव आयेगा। मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि फिल्मों का निर्माण इस तरह करना चाहिये, जिससे आने वाली पीढ़ी में विज्ञान में रूचि पैदा हो। मंत्री श्री सखलेचा रवीन्द्र भवन में 12वें विज्ञान फिल्म महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। मंत्री श्री सखलेचा ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि स्कूली बच्चों ने फिल्मों के निर्माण में रूचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की विज्ञान प्रसार संस्था ने इस कार्यक्रम को शुरू करने के बाद पहली बार मध्यप्रदेश में साइंस फेस्टिवल का आयोजन किया हैं। उन्होंने हर साल मध्यप्रदेश में विज्ञान फिल्म फेस्टिवल आयोजित करने की घोषणा भी की। उन्होंने बताया कि फिल्मों का जिला स्तर पर आयोजन किया जायेगा। इस अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में 21 पुरस्कार भी प्रदान किये गए।
सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति का आधार विज्ञान है। विज्ञान फिल्मों के माध्यम से समाज में जागरूकता और शिक्षा का प्रसार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि फिल्मों का समाज पर प्रभाव पड़ता है। आम लोगों के जीवन और सोच को बदलने में फिल्मों की अहम भूमिका है। सांसद श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश भर के लोगों से विचारों को आमंत्रित करते हैं। इनमें वे नवाचारी लोगों को खोजते हैं। सांसद श्री शर्मा ने कहा कि विज्ञान फिल्मों में बताई गई बातें और मुद्दे देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
विख्यात फिल्म निर्माता और 12वें फिल्म फेस्टीवल के ज्यूरी चेयरमैन श्री सिद्धार्थ काक ने भारत के महान और देशभक्त वैज्ञानिकों पर डॉक्यूमेंटरी बनाने के लिए कहा। उन्होंने ज्यूरी की सिफारिशों की चर्चा करते हुए बताया कि ज्यूरी ने पब्लिक अवेयरनेस के लिए पाँच मिनट की अति लघु विज्ञान फिल्म का निर्माण और पहली बार विज्ञान फिल्म बनाने वाले के लिए अवार्ड देने की सिफारिश की है।
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता और ज्यूरी सदस्य श्री राजीव वर्मा ने कहा कि साइंस फिल्म फेस्टीवल में विभिन्न विधाओं की फिल्मों को देखने से प्रतिभागियों को सीखने को बहुत मौका मिला है। उन्होंने कहा कि विज्ञान की फिल्में बच्चों को सोचने, सीखने और व्यक्तित्व विकास का मौका प्रदान करती हैं।
मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने कहा कि विज्ञान फिल्मोत्सव मध्यप्रदेश में विज्ञान फिल्मों के निर्माण के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा। साइंस फिल्म फेस्टीवल के समन्वयक श्री निमिष कपूर ने बताया कि चार श्रेणियों में 250 फिल्में प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 71 फिल्मों का चयन किया गया। उन्होंने बताया कि विज्ञान प्रसार साल में एक बार राष्ट्रीय फिल्म फेस्टीवल आयोजित करने के साथ ही केपेसिटी बिल्डिंग और सिनेमा इन द क्लास रूम जैसी गतिविधियों का आयोजन भी करता है।