वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना : तीर्थ यात्रा का सपना पूरा कर पा रहे हैं वरिष्ठ नागरिक

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर राज्य सरकार युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों सहित हर वर्ग के लिए निरंतर कल्याणकारी फैसले ले रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि समाज के हर वर्ग की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो और उन्हें मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण जीवन जीने का अवसर मिले। इसी सोच के साथ राज्य सरकार ने वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया है। इस योजना के माध्यम से ऐसे वरिष्ठ नागरिक भी तीर्थ यात्रा का अपना सपना पूरा कर पा रहे हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं या पारिवारिक एवं अन्य कारणों से तीर्थ यात्रा पर नहीं जा सकते थे।
राज्य सरकार की इस योजना के तहत इस वर्ष पहले चरण में 965 वरिष्ठजन रामेश्वरम तीर्थ की यात्रा के लिए गए और दूसरे चरण में करीब एक हजार वरिष्ठ नागरिकों ने जगन्नाथपुरी की तीर्थ यात्रा की।
ऐसा लगा जैसे सरकार हाथ पकड़कर करवा रही हो यात्रा
सीकर जिले के रींगस निवासी 65 वर्षीय श्योजीराम कुमावत हाल ही सपत्नीक जगन्नाथपुरी की यात्रा कर लौटे हैं। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि राज्य सरकार की ओर से करवाई गई यह यात्रा बेहद सुखद और अविस्मरणीय थी। उन्होंने बताया कि जयपुर स्टेशन से यात्रा की शुरूआत से लेकर वापस लौटने तक उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। राज्य सरकार के बेहतरीन इंतजाम के चलते उनका तीर्थ यात्रा का सपना पूरा हुआ।
श्री श्योजीराम ने बताया कि ट्रेन में मौजूद कर्मचारियों ने सेवाभाव के साथ उनका ध्यान रखा। नाश्ते से लेकर रात्रि को खाने की व्यवस्था श्रेष्ठ स्तर की थी। सीट पर ही उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गईं। इसके लिए उन्हें किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा। जगन्नाथपुरी पहुंचने के बाद रेल्वे स्टेशन के बाहर ही बसों की समुचित व्यवस्था थी, जिनके माध्यम से उन्हें होटल पहुंचाया गया। यहां कर्मचारियों ने उनकी जरूरतों का पूरा ध्यान रखा। उन्होंने इस योजना के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी सुगम यात्रा के बारे में हमने कभी नहीं सोचा था। यात्रा के दौरान ऐसा लगा जैसे सरकार हाथ पकड़कर हमें देवस्थलों के दर्शन करवा रही है।
सरकार ने निभाया बेटों का फर्ज
सीकर जिले के ही अजीतगढ़ निवासी 67 वर्षीय श्री रमेश शर्मा भी राज्य सरकार की इस तीर्थ यात्रा योजना से बेहद खुश नजर आए। उन्होंने बताया कि वे अपनी धर्मपत्नी के साथ धार्मिक स्थलों के दर्शन करने गए थे। उनकी यह यात्रा 7 दिनों की थी। जयपुर से उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की। उन्होंने बताया कि ट्रेन में बैठने से लेकर तीर्थ स्थलों तक पहुंचने एवं आवास को लेकर उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हुई। कर्मचारियों ने समय पर नाश्ता, खाना और मेडिकल सुविधा का पूरा ध्यान रखा। यहां तक कि देवस्थलों पर ठहरने और परिवहन की भी बेहतरीन व्यवस्था की गई। उन्होंने बताया कि सबसे पहले जगन्नाथपुरी मन्दिर के दर्शन किए और फिर भुवनेश्वर में लिंगराज मन्दिर के। इसके बाद कोणार्क में सूर्य मन्दिर और चन्द्रप्रभा समुद्र तट देखा। इस दौरान हमारे 40-40 लोगों के 25 ग्रुप बनाए गए और हर ग्रुप के साथ 2 कर्मचारी देखभाल के लिए थे। ऐसा लग रहा था मानो सरकार ही बेटों की तरह हमें तीर्थ यात्रा करवा रही है। यात्रा का यह अनुभव शानदार था। इस योजना के लिए राज्य सरकार की जितनी सराहना की जाए, कम है। इस योजना से ही हमें तीर्थ स्थलों के दर्शना का अवसर मिल सका।