शिवराज के 12 और गहलोत के 17 मंत्री चुनाव हारे, 43 दिग्गजों को जनता ने दिखाया सत्ता से बाहर का रास्ता.
देश के 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं. इन चुनावों में कई वीआईपी उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. इनमें से कुछ हारे और कुछ जीते
दिल्ली: तेलंगाना के वीआईपी उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अज़हरुद्दीन कांग्रेस की ओर से जुबली हिल्स से चुनाव लड़ रहे थे. हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा. उन्हें बीआरएस के एम गोपीनाथ ने करीब 16 हजार वोटों से हराया था.
तेलंगाना से बीजेपी उम्मीदवार राजा सिंह ने गोशमहल सीट पर लगातार तीसरी जीत हासिल की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 80 हजार वोटों से हराया है. वह तेलंगाना के वीआईपी उम्मीदवारों में से एक हैं।
तेलंगाना में भले ही कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया और शानदार जीत हासिल की, लेकिन उसके वीआईपी उम्मीदवार और कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को हार का सामना करना पड़ा. वह तेलंगाना की कामारेड्डी सीट से चुनाव लड़ रहे थे, जहां उन्हें बीजेपी के वेंकटरमण रेड्डी ने हरा दिया था.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत हुई, लेकिन एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा अपने विधानसभा क्षेत्र दतिया से हार गए. उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र मिश्रा ने 8800 वोटों से हराया था.
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमल नाथ छिंदवाड़ा से कांग्रेस के वीआईपी उम्मीदवार थे. उन्होंने अपनी सीट जीत ली, लेकिन उनकी कांग्रेस पार्टी चुनाव हार गई।
राजस्थान में बीजेपी ने लहराया जीत का परचम. उन्होंने कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखा दिया. बीजेपी की वीआईपी उम्मीदवार धौलपुर की महारानी वसुंधरा राजे अपने विधानसभा क्षेत्र झालरापाटन से 53 हजार से ज्यादा वोटों से जीत गईं.
राजस्थान में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है. राजस्थान में बीजेपी ने वापसी की और कांग्रेस को हरा दिया. हालांकि, टोंक विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वीआईपी उम्मीदवार सचिन पायलट जीतने में सफल रहे. उन्होंने 29 हजार वोटों से जीत हासिल की है.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 54 सीटें जीती हैं. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया. इस दौरान बीजेपी के वीआईपी उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र राजनांदगांव से जीत हासिल की है.
तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति पार्टी सत्ता से बाहर हो गई है. यहां कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया और जीत हासिल की. इस दौरान सबसे चौंकाने वाली बात ये हुई कि तेलंगाना के वीआईपी उम्मीदवार और मुख्यमंत्री केसीआर कामारेड्डी विधानसभा सीट से चुनाव हार गए. उन्हें बीजेपी के वेंकटरमन रेड्डी ने हराया था. केसीआर के अलावा उनके 5 मंत्री भी चुनाव हार गए. इनमें वनपर्थी से एसएन रेड्डी, ईडी राव, पी अजय कुमार और श्रीनिवास गौड़ा शामिल हैं।
देश के 4 राज्यों के चुनाव नतीजे सामने आ गए हैं. इनमें से 3 राज्यों में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है. हालांकि इस दौरान बीजेपी के कई बड़े चेहरों को हार का सामना करना पड़ा है. मध्य प्रदेश की बुधनी सीट से शिवराज सिंह चौहान जरूर जीत गए, लेकिन उनकी कैबिनेट के 10 से ज्यादा मंत्री हार गए. इनमें नरोत्तम मिश्रा बड़ा चेहरा हैं, जो दतिया सीट से हार गए। इसके अलावा हरदा से कमल पटेल, बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन.
अशोक गहलोत राजस्थान के सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत गए हैं. हालांकि, उनकी पार्टी राज्य में चुनाव हार गई है. इस बार उनकी पार्टी के करीब 25 मंत्रियों में से 17 को हार का सामना करना पड़ा है. इनमें खाजूवाला में बीजेपी के विश्वनाथ मेघवाल से हारे गोविंद राम मेघवाल भी शामिल हैं.
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ पर कब्ज़ा कर कांग्रेस को हरा दिया. हालांकि, छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की पाटन विधानसभा से विधायक रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनाव जीत गए हैं. वह छत्तीसगढ़ के वीआईपी उम्मीदवारों में से एक हैं। वहीं उनकी पार्टी के मौजूदा 13 मंत्रियों में से 9 को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. इनमें स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव और राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू शामिल हैं।
राजस्थान में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 115 सीटें जीती हैं. राजधानी जयपुर की झोटवाड़ा सीट से बीजेपी के वीआईपी उम्मीदवार राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जीत गए हैं. उन्होंने कांग्रेस के अभिषेक चौधरी को 50 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है.
मध्य प्रदेश के इंदौर से बीजेपी वीआईपी उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय ने राऊ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार जीतू पटवारी को हार का स्वाद चखाया है.