प्रदेशवासियों के लिए संजीवनी : छोटी से बड़ी सभी बीमारियों के उपचार से लेकर अंग प्रत्यारोपण तक की मिल रही है निःशुल्क सेवा

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
गीता देवी जयपुर जिले के ठीकरिया गांव की रहने वाली हैं। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में इनके पति मनोज सैन का निःशुल्क उपचार हुआ है। गीता देवी ने बताया कि उनके पति के हाथ में फ्रैक्चर हो गया था और रॉड लगी। इसमें 40 हजार रुपए तक का उपचार मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में निःशुल्क हुआ। उन्होंने बताया कि डॉक्टर से जब उन्होंने सलाह ली थी तो निजी अस्पताल में इस ऑपरेशन का खर्च करीब 1 लाख रूपए बताया गया था। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह इलाज कराने में अक्षम थी। उन्हें गांव के लोगों से चिरंजीवी योजना के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने ई-मित्र पर जाकर पंजीयन करवाया। इस योजना के कारण उनके पति का यह ऑपरेशन निःशुल्क हो सका। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को धन्यवाद देते हुए गीता देवी ने कहा कि यह योजना गरीब वर्ग के लिए जीवनदायिनी है।
चिरंजीवी योजना से ही लाभ लेने वाले जयपुर के सांगानेर निवासी जगदीश प्रसाद शर्मा का कहना है कि इस योजना से उनकी आंखों का निःशुल्क ऑपरेशन हो सका। राजस्थान सरकार की यह योजना जरूरतंमद और वंचित वर्ग के लिए तो बेहद उपयोगी है। उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे अपनी आंखों का ऑपरेशन नहीं करवा पा रहे थे, लेकिन इस योजना के कारण उनका सफलतापूर्वक उपचार हुआ और अब वे स्वस्थ हैं। उन्होंने यह योजना शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को धन्यवाद देते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने प्रदेशवासियों की पीड़ा को समझा है और हर परिवार को इलाज के बडे़ खर्च की चिंता से मुक्त कर दिया है।
यह कहानी सिर्फ मनोज सैन और जगदीश प्रसाद की ही नहीं, ऐसे हजारों मामले हैं, जिनमें रोगी आर्थिक तंगी के चलते अपनी बीमारियों का इलाज समय पर नहीं करवा पा रहे थे। चिरंजीवी योजना उनके लिए वरदान साबित हुई। हृदय, किडनी, कैंसर सहित अन्य असाध्य रोगों से ग्रस्त प्रदेशवासियों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से नया जीवन मिल रहा है।
माह अगस्त 2022 तक 2622.80 करोड़ रूपए का व्यय कर 21 लाख से अधिक को मिला मुफ्त इलाज
मुख्यमंत्री चिरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना प्रदेशवासियों के लिए संजीवनी साबित हुई है। मुख्यमंत्री चिरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना आमजन के लिए वरदान साबित हो रही है। योजना के माध्यम से प्रदेश में अगस्त 2022 तक 21 लाख 28 हजार 907 मरीजों को 2622.80 करोड़ रूपये का निःशुल्क इलाज दिया जा चुका है। छोटी से बड़ी सभी बीमारियों के उपचार से लेकर अंग प्रत्यारोपण तक की निःशुल्क सेवाओं का लाभ प्रदेशभर के लोगों को योजना के माध्यम से दिलवाया गया है।
कैंसर और ऑर्गन ट्रांसप्लांट जैसे महंगे पैकेज भी शामिल
सरकार द्वारा योजना का दायरा व्यापक करते हुए कॉकलियर इम्प्लांट, बोनमेरो ट्रांसप्लांट, ऑर्गन ट्रांसप्लांट (किडनी, हार्ट, लीवर ट्रांसप्लांट), घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण को भी योजना में शामिल किया गया है। सबसे खास बात यह है कि चिरंजीवी योजना में शामिल 10 लाख रुपये की सीमा को ट्रांसप्लांट के लिए उपयोग में नहीं गिना जाता है। गंभीर बीमारियों के ईलाज के लिए 10 लाख रुपये से भी अधिक राशि की आवश्यकता पड़ने पर राज्य सरकार द्वारा ट्रस्ट मोड पर अतिरिक्त राशि का वहन कर योजना के लाभार्थियों को निःशुुल्क इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा है जिससे आम आदमी को इन बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक समस्याओं का सामना न करना पड़े।
मानवीय दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल करते हुए मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना शुरू की गयी, जिसके तहत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को चाहे वह किसी राज्य का हो, बिना किसी पहचान एवं पात्रता के मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से संबद्ध निजी एवं राजकीय अस्पतालों में दुर्घटना के 72 घंटों तक निःशुल्क आपातकालीन उपचार दिया जाएगा। योजना का उद्देश्य दुर्घटना के प्रथम 72 घंटे के गोल्डन समय में घायल व्यक्ति की जान बचाना है।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में बीमित परिवारो को दुर्घटनाओं से होने वाली मृत्यु अथवा पूर्ण स्थाई अपंगता की स्थिति में आर्थिक सम्बल प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना की शुरुआत की गई है।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में सभी बीमित परिवार योजना के पात्र लाभार्थी होंगे और बीमित परिवार के सदस्य अथवा सदस्यों की दुर्घटना में मृत्यु होने अथवा दुर्घटना के कारण हाथ, पैर, आंख की स्थाई पूर्ण क्षति होने पर 5 लाख रूपये तक का आर्थिक सम्बल प्रदान किया जाएगा।
यह योजना यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज की दिशा में कारगर कदम साबित हो रही है। जटिल बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इससे जीवनदान मिला है। योजना में कॉकलियर इम्पलांट, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, ऑर्गन ट्रांसप्लांट, ब्लड, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा ट्रांसफ्यूजन, बोन कैंसर जैसी जटिल बीमारियों का भी निःशुल्क उपचार मिल रहा है। योजना में पहले 5 लाख रूपये तक निःशुल्क उपचार का प्रावधान था, जिसे बढ़ाकर अब 10 लाख रूपए कर दिया गया है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, सामाजिक-आर्थिक जनगणना 2011, प्रदेश के विभिन्न विभागों में कार्यरत संविदाकर्मी, लघु और सीमान्त किसान तथा कोविड अनुग्रह राशि प्राप्त करने वाले सभी परिवारों का बीमा प्रीमियम राज्य सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।
राज्य के अन्य सभी परिवार 850 रुपये की प्रीमियम राशि देकर नजदीकी ई-मित्र पर जाकर अथवा अपनी एसएसओ आईडी के माध्यम से स्वयं पंजीकरण कर योजना से जुड़ सकते हैं।