श्रीलंका की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर जाफना पहुंचे केंद्रीय मंत्री मुरुगन

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जाफना : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन बृहस्पतिवार को श्रीलंका की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर जाफना पहुंचने के बाद देश के उत्तरी हिस्से में स्थित कानकेसनतुरई बंदरगाह भी गए। यह बंदरगाह भारत-श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय साझेदारी के दो प्रमुख स्तंभों संपर्क और बुनियादी ढांचे से जुड़ा हुआ है। भारतीय उच्चायोग ने बताया कि मुरुगन ने गवर्नर जीवन थियागराज से मुलाकात की और भारत द्वारा जाफना तथा क्षेत्र को विकास साझेदारी में दिए जाने वाले महत्व के रेखांकित किया।
उच्चायोग ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘‘संपर्क और बुनियादी ढांचे का विकास श्रीलंका-भारत साझेदारी के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। केन्द्रीय मंत्री मुरुगन का केकेस (कानकेसनतुरई) बंदरगाह जाना इन क्षेत्रों को भारत द्वारा महत्व दिए जाने का संकेत है।” गौरतलब है कि कानकेसनतुरई गोदी को व्यावसायिक बंदरगाह के रूप में विकसित करने के लिए 2018 में भारत ने श्रीलंका को 4.527 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता दी थी। अपनी यात्रा के दौरान इस दौरान केन्द्रीय मंत्री मुरुगन भारत सरकार के अनुदान से निर्मित जाफना सांस्कृतिक केंद्र को श्रीलंका के लोगों को समर्पित करेंगे।
इस केंद्र का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2015 में किया था। भारतीय उच्चायोग के अनुसार, जाफना पहुंचने पर केन्द्रीय मंत्री का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। उन्होंने जाफना सार्वजनिक पुस्तकालय के भारतीय खंड में डॉक्टर ए. पी.जे. अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि भी दी। बयान के अनुसार, केन्द्रीय मंत्री ने इस पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘पड़ोसी प्रथम’ की नीति के तहत भारत भविष्य में भी सहयोग करना जारी रखेगा। उच्चायोग ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीलंका के लोगों के प्रति भारत की प्रतिबद्धताओं का प्रदर्शन।
(जी.एन.एस)