मरुस्थल में गांव-शहरों से लेकर दूरदराज की ढाणियों तक पहुँच रहा है पानी

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क

मरुस्थल में गांव-शहरों से लेकर दूरदराज की ढाणियों तक पानी पहुंचाकर जल समस्या का निदान करने की दिशा में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के निरन्तर जारी भगीरथी प्रयासों की कड़ी में रविवार का दिन लोक कल्याण और बुनियादी सुविधाओं की दृष्टि से ऐतिहासिक उपलब्धियों भरे अध्यायों को समाहित करने वाला सिद्ध होगा, जब मुख्यमंत्री श्री गहलोत राजीव गांधी लिफ्ट केनाल के तृतीय चरण का शुभारंभ करने वाले हैं।

आमजन के उत्थान से लेकर जनमानस की बहुआयामी आधारभूत सुविधाओं के विकास एवं विस्तार की दिशा में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की संकल्पनाओं को साकार करने प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से राजस्थान को मॉडल स्टेट की अपूर्व पहचान मिली है, जिसकी देश भर में सराहना हो रही है।

इसी कड़ी में राजीव गाधी लिफ्ट केनाल का तृतीय चरण वह वृहत् परियोजना है जो लाखों कण्ठों की प्यास बुझाने के लिए मुख्यमंत्री के भगीरथी प्रयासों का ही परिणाम है। इससे लोक जीवन में खुशहाली के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में विकास के सुनहरे आयामों का दिग्दर्शन होगा।

राजीव गांधी लिफ्ट केनाल के पूर्ववर्ती दो चरणों से लेकर तृतीय चरण तक के सफर को मूर्त रूप प्रदान करने में मुख्यमंत्री की समर्पित भूमिका नया इतिहास रचती जा रही है।

शुरूआत से लेकर अब तक लगातार विस्तार

वर्षों पूर्व जोधपुर शहर की पेयजल मांग के दीर्घकालिक समाधान के लिए वर्ष 1995 में इंदिरा गांधी मुख्य नहर के जिला जोधपुर से सटे जिला जैसलमेर के मदासर गांव स्थित बुर्जी संख्या 1109 से जोधपुर में कायलाना झील की हाथी नहर के मध्य 175 किलोमीटर खुली नहर व 30 किलो मीटर लम्बाई की पाईप लाईन अर्थात कुल 205 किलोमीटर लम्बाई एवं 8 पम्प गृह निर्मित कर राजीव गांधी लिफ्ट नहर प्रथम चरण पूर्ण किया गया था। इससे जोधपुर शहर एवं जिले के 158 गांवों को हिमालय का नीर प्राप्त हुआ।

कालान्तर में द्वितीय चरण के अंतर्गत वर्ष 2005 में पूर्व से निर्मित आठों पम्प गृहों पर अतिरिक्त पम्पों की स्थापना एवं 30 किलोमीटर लम्बाई में अतिरिक्त पाईप लाईन बिछाई गई, जिसके फलस्वरूप राजीव गांधी लिफ्ट केनाल की पेयजल आपूर्ति की क्षमता 160 क्यूसेक से बढ़कर 240 क्यूसेक हो गई। इससे जोधपुर शहर तथा 3 कस्बों फलौदी, बिलाड़ा व समदड़ी के साथ ही जोधपुर एवं बाड़मेर जिले के 934 गांवों के लिए पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित हो गई।

क्षमता संवर्धन

पुनर्गठित शहरी जलप्रदाय परियोजना जोधपुर शहर के अन्तर्गत फ्रांसिसी वित्त सहायता से वर्ष 2016 में द्वितीय चरण के अन्तर्गत निर्मित प्रणाली की क्षमता का संवर्धन कर इंदिरा गांधी नहर से 295 क्यूसेक जल आहरण करने की क्षमता विकसित की गई।

वर्तमान में दोनों चरणों की पूरी व्यवस्था के तहत हिमालय के पानी को इन्दिरा गांधी नहर से 8 पंप गृहों में लगे उच्च क्षमता के पंपों द्वारा कायलाना झील तक लाया जा रहा है।

इस नहर से रास्ते में पड़ने वाली सभी डिग्गियों में जल भण्डारण किया जा रहा है। नहर के समानान्तर फलौदी शहर के पास स्थित पंच तालाब में पानी लेकर जलप्रदाय योजना बावड़ीकल्लां, खारा-जालोड़ा के 80 गांवों के साथ फलौदी शहर को जल वितरण किया जा रहा है। गांव देवानिया के पास डिग्गी में पानी लेकर देवानिया-नाथड़ाउ के 332 गांवों को हिमालय का मीठा पानी दिया जा रहा है। इसी तरह गांव गगाड़ी के पास की डिग्गी में पानी लेकर पांचला-घेवड़ा-चिराई के 107 गांवां को जल आपूर्ति की जा रही है। तिंवरी गांव के पास इनटेक वैल में पम्प डालकर तिंवरी-मथानियां-ओसियां-बावड़ी-भोपालगढ़ के 169 गांवों को जल वितरण किया जा रहा है। यह नहर जोधपुर जिले की जीवन रेखा साबित हो रही है।

सुनहरी तस्वीर दर्शाएगा तृतीय चरण

इन सब के उपरान्त जनसंख्या वृद्धि के कारण पेयजल मांग बढ़ने, तथा औद्योगीकरण व शहरीकरण होने के कारण पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये 2016 में तृतीय चरण योजना की परिकल्पना की गई, जिसमे मुख्य नहर के समानान्तर सम्पूर्ण लम्बाई में पाईपलाईन व चार पम्पगृहों की योजना को पूर्ण करने के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने अपनी संकल्पना को पूर्ण करने के लिए वर्ष 2019-20, 2020-21 एवं 2021-22 की बजट घोषणा में इसे सम्मिलित किया तथा राज्य मद से राशि आवंटन करते हुएं 1799 करोड़ की संशोधित स्वीकृति जारी की।

कुल 1799 करोड़ की विशाल योजना

इस योजना के कार्यो के क्रियान्वयन के लिए विभिन्न संस्थाओं की साझा लागत होगी। इनमें राज्य की हिस्सा राशि 1275.83 करोड़, जल जीवन मिशन (शहरी)/अमृत 2.0 से 425.27 करोड़, रीको की 96.90 करोड़, दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक कोरिडोर की 1 करोड़ की हिस्सा राशि को मिलाकर कुल 1799 करोड़ की लागत से इस चरण का कार्य आगामी 3 वर्ष में अर्थात् 20 मई 2025 तक पूर्ण किया जाना है।
राजीव गांधी लिफ्ट नहर तृतीय चरण परियोजना के लिए इंदिरा गांधी नहर विभाग द्वारा बुर्जी संख्या 1121 के समीप 2000 एम.सी.एफ.टी. क्षमता के विशालकाय रॉ-वॉटर डिग्गी का निर्माण करवाया जा रहा है।

सुदृढ होगा पेयजल प्रबन्धन एवं वितरण तंत्र

परियोजना के अंतर्गत मुख्य रूप से प्रस्तावित रिजरवायर से जोधपुर की कायलाना झील तक 2000 व 1800 एम.एम. व्यास की बडी एम.एस. पाईपलाइन 213 किलोमीटर लम्बाई में, वर्तमान राजीव गाँधी लिफ्ट नहर के समानान्तर, बिछाए जाने का कार्य तथा चार उच्च क्षमता के पम्पिंग स्टेशनों के निर्माण कार्य किया जाना है।

इस योजना का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। योजना के लिये पाईप शीघ्र उपलब्ध हों, इसके लिये फलौदी के निकट खीरवा गांव में 15 एकड भूमि में एम.एस. पाईपलाईन के निर्माण हेतु फैक्ट्री स्थापित की गई है। फलौदी एवं जोधपुर के समीप पाईप बिछाने का कार्य तीव्र गति से चल रहा है।

मई 2025 में इस परियोजना का कार्य पूर्ण हो जाने पर वर्तमान राजीव गाँधी लिफ्ट नहर व प्रस्तावित पाइप लाइन द्वारा सम्मिलित रूप से कुल 1030 एम.एल.डी. पेयजल की आपूर्ति की जा सकेगी, जिससे जोधपुर शहर, फलौदी, पीपाड़, बिलाड़ा, भोपालगढ व समदड़ी कस्बे तथा जोधपुर जिले के 1 हजार 830 ग्राम, बाड़मेर के 211 ग्राम और पाली के 126 ग्रामों को मिलाकर कुल 2 हजार 167 ग्रामों की वर्ष 2054 की लगभग 80 लाख अभिकल्पित जनसंख्या को लाभान्वित किया जा सकेगा। इससे 69.79 करोड लीटर से अधिक प्रतिदिन की शुद्ध पेयजल मांग पूरी की जाएगी।

इसके पूर्ण होने पर इंदिरा गांधी नहर से जल आहरण क्षमता बढ़कर 420 क्यूसेक हो जाएगी। योजना के अंतर्गत राजीव गांधी लिफ्ट नहर के समानान्तर जैसलमेर जिले के मदासर गांव के समीप इंदिरा गांधी नहर की बुर्जी संख्या 1121 पर निर्माणाधीन एस्केप रिजरवायर से जोधपुर की कायलाना झील की हाथी नहर तक 213 किलोमीटर लम्बी स्टील पाईप लाईन डालने एवं मदासर, घाटोर, फलौदी शहर व चामू के समीप 4 पम्प गृहां का निर्माण कार्य प्रस्तावित है।

इसके लिए सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया गया है। स्टील पाईप का निर्माण प्रारम्भ कर दिया गया है। पाईप निर्माण के लिए राजीव गांधी लिफ्ट केनाल की बुर्जी संख्या 58 के समीप पाईप यार्ड स्थापित कर दिया गया है, जिसमें पाईपों की भीतरी सतह पर सीमेंट मोर्टार लाईनिंग एवं बाहरी सतह पर गनाइटिंग का कार्य किया जा रहा है।

वर्तमान में 23.20 किलोमीटर के पाईपों की सप्लाई प्राप्त कर ली गयी है एवं 22.50 किलोमीटर लाईनिंग का कार्य कर लिया गया है। वर्तमान में हाथी नहर, जोधपुर एवं फलौदी में पाईप लाईन डालने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इस परियोजना पर अब तक 88.98 करोड़ की धनराशि के कार्य हो चुके हैं। राजीव गांधी लिफ्ट नहर की तृतीय चरण की योजना से व्यापक स्तर पर पेयजल सुविधाओं का विस्तार होगा।

इन्हें भी मुहैया होगा पर्याप्त पेयजल

इसके साथ ही जोधपुर जिले के अंतर्गत संस्थागत एवम् व्यापारिक क्षेत्र की पेयजल मांग 4.93 करोड लीटर प्रतिदिन, रक्षा विभाग के लिए 3.72 करोड़ लीटर प्रतिदिन, औद्योगिक (रीको) क्षेत्र के लिए 4.30 करोड़ लीटर प्रतिदिन तथा रोहट में विकसित हो रहे दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को भी 6 करोड़ लीटर पेयजल रोजाना प्राप्त हो सकेगा।

स्वर्णाक्षरों में होगा अंकित

राजीव गांधी लिफ्ट नहर तृतीय चरण परियोजना मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की दूरदर्शिता का परिचायक है। इसी परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के हाथों 19 फरवरी, रविवार को हजारों क्षेत्रवासियों की साक्षी में होने जा रहा है। यह दिन जोधपुर के इतिहास में हमेशा के लिए स्वर्णाक्षरों में अंकित होने के साथ पीढ़ियों के लिए सुकून का अहसास कराता रहेगा।

India Edge News Desk

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