कांग्रेस के मैनिफेस्टो पर मुस्लिम लीग की छाप है : पीएम

  • कांग्रेस के मैनिफेस्टो पर मुस्लिम लीग की छाप है : पीएम
  • ईवीएम पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मतपेटियों को लूटने का इरादा रखने वालों के सपने चूर-चूर हुए : मोदी
  • मोदी ने ईवीएम पर न्यायालय के निर्णय को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना

अररिया
 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अररिया जिले के फारबिसगंज में शुक्रवार को जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस शुरू से ही मुस्लिम तुष्टिकरण के तहत काम किया है। कांग्रेस का मैनिफेस्टो पर मुस्लिम लीग का छाप है।

पीएम ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डा.मनमोहन सिंह ने देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों के हक की बात कही थी।जिसका वीडियो अभी भी है।जबकि एनडीए मानती है देश के संसाधन और संपत्ति पर पहला हक गरीबों का है।गरीब मजदूरों,किसानों,छात्र,युवा और मां बहनों का है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस संपत्ति,जमीन,यज्ञ तक की घर में रखे गहने और वह भी सुहागिन मां बहनों का मंगलसूत्र तक छीनने की कवायद में है।उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी परिवार के मुखिया सदस्य के गुजर जाने के बाद अपनी संपत्ति बेटे बेटियों को नहीं दे पायेंगे।कांग्रेस वैसी संपत्ति पर 55 फीसदी टैक्स लगाने वाले हैं।उन्होंने नारा देते हुए कहा कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी,जिंदगी के बाद भी।

इससे पहले पांचवीं बार फारबिसगंज आने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधन की शुरुआत स्थानीय भाषा में कहा कि अररिया के ई पावन धरती मा अहां सब कै प्रणाम करै छी से की।जिस पर मौजूद भीड़ ने जमकर तालियां बजाईं।आंचलिक साहित्यकार फणीश्वरनाथ रेणु को याद करते हुए उन्होंने कहा कि अररिया और सुपौल की इस भूमि से उनका विशेष लगाव है।

उन्होंने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि देश का आशीर्वाद मिला तो अपने तीसरे कार्यकाल में कर्ज उतारने के लिए और ज्यादा मेहनत करूंगा।तीसरे कार्यकाल में देशहित में और ज्यादा बड़ा फैसला लेने वाला हूं।उन्होंने गर्मी और विपरीत परिस्थिति के बावजूद मतदाताओं खासकर युवा मतदाताओं से अधिक से अधिक संख्या में मतदान केंद्र पर पहुंचकर एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने की अपील की।उन्होंने कहा कि 2024 का यह चुनाव भारत को आर्थिक और सामरिक दृष्टि से मजबूत बनाने वाला चुनाव है।जिसमे बिहार को महत्वपूर्ण भूमिका है।

उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन को न तो देश के संविधान का परवाह है और न लोकतंत्र का।वर्षों तक बैलट पेपर के बहाने गरीब मजलूमों के मतदान का अधिकार छीनने का काम किया जाता था।कांगरे से शासनकाल में बूथ लूट और बैलट पेपर लूटा जाता था।गरीबों को मतदान करने में दिया जाता था।फलस्वरूप दबंगों के डर से गरीब अपने घरों में दुबके रहते थे।

पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने ईवीएम को लेकर देश जनता के मन में भी भ्रम पैदा करने की कोशिश की।लेकिन आज सुप्रीम कोर्ट ने मतपेटी लूटने वालों को गहरा झटका दिया है।सारे सपने चकनाचूर कर दिए हैं। कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि बैलट पेपर वाला पुराना दौर वापस नहीं आयेगा।उन्होंने कहा कि भारत के लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया की विश्व तारीफ कर रही है।लेकिन बदनियत से निजी स्वार्थ के लिए कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता बदनाम करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र के साथ लगातार विश्वासघात करने का काम किया। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने करारा तमाचा मारा है।

उन्होंने लोकतंत्र के लिए आज के दिन को शुभ दिन करार दिया। उन्होंने आईएनडीआईए गठबंधन के सभी नेता को देश से माफी मांगने की बात कही। उन्होंने कहा कि राजनीति में आज दो मुख्य धारा काम कर रही है।एक धारा बीजेपी और एनडीए की धारा देश के लोगों को सशक्त करने में लगी है तो दूसरी ओर कांग्रेस आरजेडी वाली इंडी गठबंधन की धारा का मकसद देश की जनता जो उनके अधिकारों को छीनना है।

उन्होंने राजद के 90 के दशक वाले समय के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि नौकरी के बदले जमीन छीन लो, नौकरी है तो तनख्वाह छीन लो, गाड़ी है तो गाड़ी छीन लो और अगर कोई सामर्थ्यवान है तो उसका अपहरण कर लो। उस जंगलराज से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाहर निकाला है। उन्होंने कहा कि बिहार में 50 हजार करोड रुपये से ज्यादा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत किसानो और अन्य को सीधे खाते में पैसे भेजे गए हैं। वहीं अररिया सुपौल के किसानों के खाते में 16 सौ करोड़ रुपया जमा हुआ है। जबकि अररिया, सुपौल के गरीबों को 3 लाख पक्का घर केंद्र सरकार द्वारा दिया गया है। उन्होंने बहन बेटियों के जीवन को आसान बनाना एनडीए की प्राथमिकता बताया। जिसके तहत नल जल, शौचालय, मुफ्त बिजली, मुफ्त राशन योजना, आयुष्मान योजना की स्वीकृति शामिल है। उन्होंने 70 साल के बुजुर्ग का इलाज का खर्चा केंद्र सरकार के द्वारा किए जाने की भी बात कही।

चुनावी सभा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावे लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान, बिहार सरकार के मंत्री विजेंद्र यादव,मंत्री नीरज कुमार बबलू,मंत्री दिलीप जायसवाल,भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन,डॉक्टर राजेंद्र गुप्ता आदि ने भी संबोधित किया।

ईवीएम पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मतपेटियों को लूटने का इरादा रखने वालों के सपने चूर-चूर हुए : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (इंडी गठबंधन) को लोकतंत्र, संविधान और गरीब विरोधी बताया और कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर उच्चतम न्यायालय के आज के फैसले से मतपेटियों को लूटने इरादा रखने वालों को ऐसा गहरा झटका लगा कि उनके सारे सपने चूर-चूर हो गए।

श्री मोदी ने शुक्रवार को अररिया संसदीय क्षेत्र के फारबिसगंज में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजद, कांग्रेस के इंडी गठबंधन को न देश के संविधान की परवाह है और न ही लोकतंत्र की परवाह है। गठबंधन के हर नेता ने ईवीएम को लेकर जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है लेकिन आज देश के लोकतंत्र और बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान की ताकत देखिए, सुप्रीम कोर्ट ने मतपेटियों को लूटने का इरादा रखने वालों को ऐसा गहरा झटका दिया है कि उनके सारे सपने चूर-चूर हो गए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले पोलिंग बूथ और बैलट पेपर लूट लिए जाते थे। ये वे लोग हैं, जिन्होंने दशकों तक बैलट पेपर की लूट के जरिए गरीबों का अधिकार छीना लेकिन जब गरीबों को ईवीएम की ताकत मिली है तो चुनाव के दिन लूट करने वालों से ये बर्दाश्त नहीं हो रहा था इसलिए वे ईवीएम को हटाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आज साफ-साफ कह दिया है कि बैलेट पेपर वाला पुराना दौर अब वापस लौटकर नहीं आएगा। आज जब पूरी दुनिया भारत के लोकतंत्र, चुनाव प्रक्रिया और चुनाव में टेक्नोलॉजी के उपयोग की वाहवाही करती है, तब ये लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए ईवीएम को बदनाम करने पर लगे पड़े थे। इन्होंने लोकतंत्र के साथ लगातार विश्वासघात करने की कोशिश की है।

मोदी ने ईवीएम पर न्यायालय के निर्णय को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल पर उच्चतम न्यायालय के शुक्रवार के निर्णय पर विपक्ष को कटघरे में खड़ा करते हुये कहा कि इंडिया गठबंधन का हर नेता अपने स्वार्थ के लिये ईवीएम को बदनाम करता रहा है जबकि दुनिया हमारे लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया की प्रशंसा कर रही है।

श्री मोदी ने बिहार के अररिया में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुये कहा, ‘‘सुप्रीम कोर्ट ने आज कह दिया है कि बैलट पेपर का पुराना दौर वापस नहीं आयेगा। ”उन्होंने बिहार में विपक्षी राष्ट्रीय जानता दल (आरजेडी) और कांग्रेस की तीखी आलोचना करते हुये कहा कि न्यायालय का आज का निर्णय मत पेटियां लूटने वालों को करारा जवाब है।प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने ईवीएम को लेकर जनता के मन में भ्रम पैदा किया।

उन्होंने उच्चतम न्यायालय के निर्णय पर कहा कि आज का दिन ख़ुशी का दिन है, पहले यहां राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के शासन में बैलेट पेपर के नाम पर लोगों का हक़ लूटा जाता था, चुनाव में वोट लूट लिये जाते थे, इसलिये लोग ईवीएम को हटाना चाहते हैं।
इंडिया गठबंधन के हर नेता ने जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश के लोकतंत्र और बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के संविधान की यह ताकत है कि उच्चतम न्यायालय ने बैलेट पेपर लूटने की चाहत रखने वाले के मंसूबों को चकनाचूर कर दिया है।श्री मोदी ने उच्चतम न्यायालय के निर्णय को ऐसे लोगों के मुँह पर करारा तमाचा बताया और कहा कि विपक्ष को ईवीएम के मुद्दे पर देश से माफ़ी मांगनी चाहिये।

उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय की दो न्यायाधीशों की पीठ ने ईवीएम के जरिये पड़े मतों का वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट (वीवीपैट) की पर्चियों के साथ शत-प्रतिशत मिलान किये जाने या मतपत्रों की पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग वाली विभिन्न याचिकाओं को शुक्रवार को सर्वसम्मति से खारिज कर दिया।

न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ एनजीओ 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स' और अन्य की ओर से दायर याचिकाओं पर अलग-अलग, लेकिन सहमति का फैसला सुनाया।
पीठ ने कहा कि ईवीएम-वीवीपैट प्रणाली पर आंख मूंदकर अविश्वास करने से अनुचित संदेह पैदा होगा। शीर्ष अदालत ने हालांकि दो निर्देश जारी किये कि चुनाव चिह्न लोडिंग यूनिट ले जाने वाले कंटेनरों को मतदान एजेंटों और उम्मीदवारों की उपस्थिति में सील कर दिया जाना चाहिये और 45 दिनों की अवधि के लिये सुरक्षित रखा जाना चाहिये।

 

 

India Edge News Desk

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