फेड के निर्णय का बाजार पर रहेगा असर, एफआईआई की भूमिका रहेगी अहम

मुंबई
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अगले वर्ष ब्याज दर में कटौती के पूर्वानुमान को वापस लेने से पूरी दुनिया के बाजार में मचे हाहाकार से बीते सप्ताह करीब पांच फीसदी लुढ़के घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह भी फेड के निर्णय का असर रहेगा तथा सेंसेक्स और निफ्टी को दिशा देने में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के रुख की भी अहम भूमिका रहेगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 4091.53 अंक अर्थात 4.98 प्रतिशत का गोता लगाकर सप्ताहांत पर 78041.59 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 1180.8 अंक यानी 4.8 प्रतिाश्त की गिरावट लेकर 23587.50 अंक रह गया।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी जमकर बिकवाली हुई, जिससे मिडकैप 1550.12 अंक अर्थात 3.2 प्रतिशत टूटकर सप्ताहांत पर 46226.50 अंक और स्मॉलकैप 1808.24 अंक यानी 3.2 प्रतिशत कमजोर रहकर 55149.22 अंक पर बंद हुआ।
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के संभावित निर्णय को लेकर जारी अटकलें और अंततः फेड के अगले वर्ष ब्याज दर में कटौती के पूर्वानुमान को वापस लेने के फैसले से बीते सप्ताह हताश निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। फेड रिजर्व ने वर्ष 2025 में केवल दो तिमाही में ब्याज दर में कटौती की उम्मीद जताई है, जो निवेशकें की तीन या चार कटौतियों से कम है। फेड के इस निर्णय का बाजार पर अगले सप्ताह भी असर रहेगा।
इसके साथ ही अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में एफआईआई के रुख की भी अहम भूमिका रहेगी। एफआईआई ने दिसंबर में अबतक बाजार में कुल 254,908.23 करोड़ रुपये की लिवाली जबकि कुल 259,029.45 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। इससे वे 4,121.22 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे हैं।
बीते सप्ताह बाजार में पांचों कारोबारी दिवस गिरावट रही। चीन और यूरोप के कमजोर आर्थिक आंकड़ों तथा बॉन्ड के बढ़ते प्रतिफल से इक्विटी मूल्यांकन को मिल रही चुनौती के बीच फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति बैठक में ब्याज दर पर होने वाले निर्णय को लेकर आशंकित विश्व बाजार में आई गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर यूटिलिटीज, धातु, तेल एवं गैस और टेक समेत तेरह समूहों में हुई बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 384.55 अंक का गोता लगाकर 81,748.57 अंक और निफ्टी 100.05 अंक की गिरावट लेकर 24,668.25 अंक रह गया।
दुनिया के केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक से पहले विश्व बाजार में आई भारी गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 1064.12 अंक का गोता लगाकर 80,684.45 अंक और निफ्टी 332.25 अंक कमजोर रहकर 24,336.00 अंक रह गया। फेड रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजे आने से पहले विश्व बाजार में तेजी जारी रहने के बावजूद स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से बुधवार को सेंसेक्स 502.25 अंक लुढ़ककर 80,182.20 अंक और निफ्टी 137.15 अंक की गिरावट लेकर 24,198.85 अंक पर बंद हुआ।
फेड रिजर्व के अगले वर्ष ब्याज दर में केवल दो ही बार कटौती करने के संकेत से निराश विश्व बाजार में आई भारी गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से गुरुवार को सेंसेक्स 964.15 अंक का गोता लगाकर 79,218.05 अंक और निफ्टी 247.15 अंक टूटकर 23,951.70 अंक पर आ गया। इसी तरह शुक्रवार को सेंसेक्स 1176.46 अंक कमजोर होकर एक माह के निचले स्तर 78,041.59 अंक पर आ गया। साथ ही निफ्टी भी 364.20 अंक कमजोर रहकर 23,587.50 अंक पर बंद हुआ।

 

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button