दिग्विजय सिंह के बयान से न तो कांग्रेस का और न ही मेरा कोई लेना-देना है : राहुल गांधी

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जम्मू : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा सोमवार को सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगने पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। दिग्विजय सिंह के बयान से न तो कांग्रेस का और न ही मेरा कोई लेना-देना है। यह दिग्विजय का निजी विचार हो सकता है, हमारा नहीं, कांग्रेस और मुझे सेना पर पूरा भरोसा है। राहुल गांधी ने कहा है कि भारतीय सेना को किसी प्रदर्शन के लिए सबूत देने की जरूरत नहीं है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू-कश्मीर पहुंच गई। इस बीच दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को लेकर भी सवाल उठाते हुए पूछा कि सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत कहां हैं। दिग्विजय के बयान से कांग्रेस की बड़ी फजीहत हुई है।
हमें सेना पर पूरा भरोसा है। सेना को किसी प्रदर्शन का सबूत दिखाने की जरूरत नहीं है। दिग्विजय सिंह के बयान का कांग्रेस पार्टी और मेरे द्वारा भी समर्थन नहीं किया जाता है। राहुल ने कहा कि मैं दिग्विजय सिंह के बयान से सहमत नहीं हूं।
बीजेपी लोगों को धर्म और जाति के आधार पर बांटने की कोशिश कर रही है। देश में नफरत फैलाई जा रही है। भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर अंग्रेजों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस ने इस देश को आजादी दिलाई। भारत कांग्रेस के दर्शन पर बना है। जब कांग्रेस अंग्रेजों से लड़ रही थी तब संघ और भाजपा उनके साथ खड़े थे। राहुल ने दावा किया है कि सावरकर ने ही दो राष्ट्र की अवधारणा पेश की थी।
मैं जम्मू-कश्मीर में लोगों से मिल रहा हूं, सभी की भावनाएं हैं, युवाओं को कोई भविष्य नहीं दिख रहा है, यहां कोई उद्योग नहीं है, किसानों को मदद नहीं मिल रही है, हमारी भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य लोगों की बात सुनना और उसके अनुसार कार्रवाई करना है।
हम कश्मीर के लोगों के दिल का दर्द जान गए हैं। हम सभी से प्यार और सम्मान करते हैं। मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर इस समय मुश्किल दौर से गुजर रहा है। हम जम्मू-कश्मीर के बीच भाजपा द्वारा बनाई गई खाई को पाटने के लिए काम करने आए हैं। राहुल ने कहा है कि नफरत से कुछ हासिल नहीं होता, हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं होता।
राहुल से गुलाम नबी आजाद को भारत जोड़ो यात्रा में न बुलाए जाने को लेकर सवाल किया गया था। गुलाम नबी आजाद की पार्टी के ज्यादातर सदस्य हमारे साथ थे। उस पार्टी में सिर्फ आजाद ही रह गए हैं। राहुल ने कहा कि मैं आजाद का सम्मान करता हूं और अगर मैंने उन्हें किसी भी तरह से ठेस पहुंचाई है तो मैं उनसे माफी मांगता हूं। गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाई।