कलेक्टर जनसुनवाई में शिक्षक ने मांगी इच्छा मृत्यु
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दतिया
जिले के ग्राम जखोरिया स्कूल के पूर्व शिक्षक कमल किशोर शर्मा ने कलेक्टर जनसुनवाई में आवेदन देकर निवेदन किया है कि साहब मुझे इच्छा मृत्यु की परमिशन दे दीजिए। उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा मुझे काफी प्रताड़ित किया जा रहा है। डीईओ उदित नारायण मिश्रा के द्वारा विभाग के दलालों द्वारा मुझे विभाग में बुलाया जाता है और पैसों की डिमांड की जाती है। अब मैं पैसे कहां से और किस बात के लिए दूं। पीड़ित शिक्षक ने कहा कि शिक्षा विभाग में कोई भी काम बिना दलाली के नहीं होता है। हर काम की कीमत देनी होती है और यह सब काम वहां के (DEO) जिला शिक्षा अधिकारी उदित नारायण मिश्रा की सानिध्य में होता है,
प्रताड़ना के चलते शिक्षक ने लिया वीआरएस
पूर्व शिक्षक का कहना है कि अक्टूबर 2021 से मेडिकल अवकाश पर था जिसके दस्तावेज संकुल में जमा किए और परमिशन मिली गई। 30 अक्टूबर 2021 तक शिक्षक मेडिकल अवकाश पर था मेडिकल अवकाश होने के बावजूद भी मेरी अपसेंट लगा दी गई। शासन के नियम अनुसार निलंबित करने से पूर्व कारण बताओ नोटिस दिया जाता है परंतु मुझे नोटिस ना देकर सीधे निलंबित कर दिया गया। शिक्षा अधिकारी शासन के नियमों को ताक पर रखते हुए पद का दुरुपयोग कर रहे है।
राशि का भुगतान नहीं हुआ
मेरे द्वारा रिश्वत की राशि भेंट नहीं करने पर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर मुझे वीआरएस लेने पर मजबूर किया जिससे मेरे परिवार के समक्ष रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है। स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति लेने के बाद आज दिनांक 23 फरवरी 2025 तक कोई भुगतान नहीं किया गया। मुझे प्रतिमाह पेंशन लगभग 50 हजार से ऊपर, नवंबर 2024 से मिलना चाहिए थी परंतु आज तक नहीं मिली। ग्रेच्युटी का 20 लाख और जीपीएफ लगभग 10 लाख रुपए का भुगतान नहीं हुआ है।