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बस्तर में लुढ़का तापमान, कड़कड़ाती ठंड से लोगों का हाल बेहाल, घने कोहरे ने राहगीरों की बढ़ाई परेशानी

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में मिचौंग तूफान का असर कम हो गया लेकिन ठंड बढ़ गई है. सुबह के वक्त घना कोहरा छाने के कारण सड़क यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है

बस्तर : छत्तीसगढ़ के बस्तर  संभाग में मिचौंग चक्रवाती तूफान का प्रभाव  खत्म होने के साथ ही पिछले कुछ दिनों से कड़कड़ाती ठंड पड़ रही है, रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. बीते शनिवार से ही लगातार सुबह और शाम को कोहरा छाया रहता है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस कम है. दरअसल इस सीजन में बस्तर में भारी बारिश हुई है और जल स्रोतों में पर्याप्त पानी है, इसके कारण बस्तर में भीषण ठंड पड़ने की संभावना जताई गई है।

लांकि बारिश लगातार जारी रहने के कारण ठंड देरी से शुरू हुई है, लेकिन इन दिनों ठंड काफी बढ़ गई है. मौसम वैज्ञानिक एच.पी चंद्रा ने बताया कि उत्तर से शुष्क और ठंडी हवा का आगमन लगातार जारी है. मौसम शुष्क रहने और आसमान साफ रहने की संभावना है. बताया जा रहा है कि चक्रवाती तूफान खत्म होने के साथ ही बस्तर में मौसम पूरी तरह से साफ हो गया है. उधर घने कोहरे के कारण नेशनल हाइवे पर यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही ठंड 

इधर बस्तर संभाग के शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी दिन में जमकर ठंड पड़ रही है. लोग ठंड से राहत पाने सुबह-शाम अलाव जला रहे हैं. गांव में भी सार्वजनिक स्थलों में लोग अलाव जलाते हैं और इन स्थलों पर लोगों की भीड़ नजर आ रही है. हालांकि आने वाले दिनों में ठंड और तेजी आने की संभावनाएं हैं. इधर तेजी से बढ़ती ठंड को देखते हुए जगदलपुर शहर में निगम प्रशासन ने अब तक अलाव की व्यवस्था नहीं की है. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है और इस साल की पड़ने वाली ठंड पिछले कुछ सालों का रिकॉर्ड तोड़ सकती है।

India Edge News Desk

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