खुशियों से भरी बारात का कारवां बदला मातम में, ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी, दो युवतियों समेत 5 की दर्दनाक मौत

बूंदी
खुशियों से भरी बारात का कारवां कब मातम में बदल जाएगा, किसी ने सोचा नहीं था। बूंदी जिले के लाखेरी रोड पर गुरुवार को एक दर्दनाक हादसे में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई, जिसमें दो युवतियों, दो महिलाओं और एक मासूम बच्ची समेत 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
यह हादसा गुरुवार सुबह करीब 11:30 बजे खटकड़ क्षेत्र में स्टेट हाईवे पर हुआ। ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार करीब 40 लोग चौतरा का खेड़ा गांव से माटुंडा गांव में बैरवा समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में शामिल होने जा रहे थे।
बूंदी कलेक्टर अक्षय गोदारा ने बताया कि ट्रैक्टर चालक स्टेट हाईवे पर सामने से आ रही एक बाइक को बचाने की कोशिश में ट्रॉली से संतुलन खो बैठा और वाहन पलट गया। ट्रॉली में बैठे दर्जनों लोग उसके नीचे दब गए।
हादसे में 8 साल की मासूम किरण, 20 वर्षीय कृष्णा और कोमल, 35 साल की ज्योति, और 55 साल की शांति बाई की मौके पर ही मौत हो गई। सभी मृतक बैरवा समाज से ताल्लुक रखते थे और एक ही विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे थे।
रेस्क्यू चला आधे घंटे, JCB से उठाई गई ट्रॉली
हादसे के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और ट्रॉली के नीचे दबे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की। पुलिस भी मौके पर पहुंची और JCB मशीन की मदद से ट्रॉली को सीधा किया गया। तीन एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
अस्पताल पहुंचे कलेक्टर और SP, एक की हालत नाजुक
सीएचसी खटकड़ प्रभारी डॉ. परमानंद मीणा के अनुसार सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद बूंदी जिला अस्पताल रेफर किया गया। एक घायल की हालत गंभीर होने पर उसे कोटा रेफर किया गया है। कलेक्टर अक्षय गोदारा और एसपी राजेंद्र कुमार मीणा ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना।
सवालों के घेरे में लापरवाही
ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रैक्टर-ट्रॉली से लोगों को ढोना आम है, लेकिन प्रशासनिक सख्ती के अभाव में ये वाहन दुर्घटनाओं की वजह बनते जा रहे हैं। सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों में उत्सव की जगह अब चीत्कार सुनाई देती है।