भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कोई संयोग नहीं है, यह सोची-समझी राजनीतिक साजिश है : अरुण साव

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
रायपुर : कांग्रेस सरकार पर प्रदेश विधान सभा चुनावों में निश्चित हार के डर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं/नेताओं की हत्या करने का आरोप लगाते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद अरुण साव ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कोई संयोग नहीं है लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने की सोची-समझी राजनीतिक साजिश है।
कांग्रेस सरकार पर चौतरफा हमला करते हुए अरुण साव ने कहा कि पिछले 30 दिनों में भाजपा के चार कार्यकर्ता मारे गए हैं। ये कांग्रेस की सरकार के इशारे पर हो रही राजनीतिक हत्याएं हैं। बस्तर में चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने खून-खराबे का सहारा लिया क्योंकि कांग्रेस नेताओं को सत्ता हाथ से फिसलती नजर आ रही है। कांग्रेस को गलतफहमी है कि भाजपा कार्यकर्ता हिंसा से डर जाएंगे। उन्हें यह एहसास नहीं है कि भाजपा कार्यकर्ता संघर्ष से पैदा हुए हैं। जगदलपुर में पहली हत्या, नारायणपुर में एक, बीजापुर में एक और दंतेवाड़ा में एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर भय का माहौल बनाने के लिए घटनाओं का सिलसिला बना हुआ है। शांति स्थापना के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमेशा अपने जीवन को दांव पर लगाया है।
वे डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के शिष्य हैं। उन्होंने कश्मीर में कुर्बानी दी है और अनुच्छेद 370 और 35A को हटाने जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी भाजपा लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ रही है। अरुण साव ने बताया कि बस्तर जिला सचिव बुधराम करतम, बीजापुर मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्कम की उनके परिवार के सामने हत्या कर दी गई, नारायणपुर जिला उपाध्यक्ष सागर साहू को उनके घर के अंदर गोली मार दी गई और पूर्व सरपंच रामधर आलमी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। छत्तीसगढ़ महतारी अपने बेटों की मौत से सदमे में है। राज्य सरकार पर बरसते हुए साव ने कहा कि कांग्रेस सरकार भाजपा के खिलाफ दो मोर्चों पर साजिश कर रही है, एक तरफ राजनीतिक हत्या और दूसरी तरफ पुलिसिया दमन। उन्हें जेलों में भरा जा रहा है। नारायणपुर में सरकारी संरक्षण में चल रहे धर्मांतरण का विरोध करने पर एक दर्जन से अधिक भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया. लेकिन भाजपा कार्यकर्ता इस कायर सरकार के खिलाफ डटे हैं और अत्याचारों का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार जानबूझकर सुरक्षा को कम कर रही है जो स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि ये लक्षित हत्याएं हैं।