सबसे दर्दनाक त्वचा रोग हाइड्राडेनाइटिस सुपरेटिवा (HS): लक्षण और उपचार के विकल्प

त्वचा रोग कई तरह के होते हैं, जो कभी मौसम या फिर एलर्जी के चलते हो जाते हैं। जिनके बारे में आपने काफी सुना होगा। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि एक स्किन प्रॉब्लम ऐसी भी है, जो पसीने की वजह से कभी भी किसी को भी हो सकती है। इस बीमारी में इतना दर्द होता है कि पीड़ित व्यक्ति तड़प उठता है। इतना ही नहीं, अगर सावधानी न बरती जाए तो ये समस्या वर्षों तक परेशान कर सकती है।

दरअसल, जिस स्किन से जुड़ी बीमारी के बारे में हम बात करे हैं उसका नाम हिड्राडेनाइटिस सपुराटिवा है। जिसे एचएस भी कहा जाता है। एक बार के लिए आप इस देखकर दाद समझने की गलती कर सकते हैं, लेकिन ये उससे एकदम अलग होती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं। 

​क्या होता है हिड्राडेनाइटिस सपुराटिवा?​

हिड्राडेनाइटिस सपुराटिवा एक स्किन प्रॉब्लम है, जो अमूमन पसीना आने वाली जगह पर होती है। जैसे- अंडरआर्म्स, कमर, जांघों के बीच, ब्रेस्ट और शरीर का वो हिस्सा जहां त्वचा एक साथ रगड़ती है। इसमें स्किन के अंदर से ही छोटे-छोटे दाने होने लगते हैं। इनमें कई बार मवाद भी आने लगती है।

​प्यूबर्टी के बाद शुरू होती है समस्या

यह स्किन प्रॉब्लम प्यूबर्टी के बाद और आमतौर पर 40 साल की उम्र से पहले होती है। यह समस्या कई वर्षों तक बनी रह सकती है। वहीं, समय के साथ सुधार होने की बजाए इससे पीड़ित व्यक्ति की हालत और बिगड़ सकती है। इससे पीड़ित को इतना दर्द होता है कि उसकी रोजमर्रा की जिंदगी में परेशानी बढ़ जाती है, तो इमोशनली वह टूटने लगता है।

मोटापा है बड़ी वजह

हिड्राडेनाइटिस सपुराटिवा जेनेटिक हो सकता है, तो मोटापे से ग्रस्त लोगों में इसका होना आम बात है। रिसर्च से पता चलता है कि मोटे लोगों के लिए वजन कम करने से इसके लक्षणों में काफी कमी आ सकती है। स्मोकिंग के साथ ही खानपान का सही न होना भी इसका लक्षण है।

​लक्षण

प​सीना आने वाली जगह पर ब्लैकहेड्स का होना
मटर के दाने जैसे दर्द वाले पिंपल्स होना
त्वचा पर लाल रंग के धब्बे पड़ जाना
त्वचा के अंदर होने वाले दानों का बड़ा होकर फूट जाना। जिससे मवाद निकले।

​इनसे बनाएं दूरी​

​रिसर्च में कहा गया है कि डेयरी प्रोडक्ट्स इस बीमारी को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में दूध, चीज, क्रीम, छास, बटर, दही और आइसक्रीम से दूरी आपके लिए अच्छी होगी। साथ ही मीठी चीजें ज्यादा खाने से भी इसके लक्षण पैदा हो सकते हैं इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों को सही मात्रा में ही खाना चाहिए।

​डॉक्टर को दिखाएं​

वैसे तो इस स्थिति का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को रोकने के कुछ तरीके हैं। डॉक्टर एंटीबायोटिक्स, लेजर या सर्जरी के जरिए इसे दूर कर सकते हैं। इसके अलावा आपका सही खानपान भी इससे निदान दिलाने में मदद कर सकता है। अगर आपको ये लक्षण हैं, तो जल्द डॉक्टर से मिलें।

घाव की जगह तेज दर्द होगा
हिलने या चलने में मुश्किल होना
कुछ हफ्तों में भी हालत में सुधार न होना
शरीर पर कई जगह दाद जैसे धब्बे दिखना

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button