उत्तरकाशी में फंसे 41 मजदूरों की अर्जी पहुंची महाकाल के द्वार, भस्म आरती के बाद हुआ महामृत्युंजय जाप
उत्तरकाशी में एक सुरंग में फंसे 41 मजदूरों की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष पूजा-अर्चना की गई. इस दौरान भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया गया
उत्तराखंड : देवभूमि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग ढहने के बाद उसमें 41 मजदूर फंसे हुए हैं. इन मजदूरों को बचाने के लिए बचाव अभियान जारी है. मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम लगातार हर संभव प्रयास कर रही है. ऐसे में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में पुजारियों द्वारा उत्तराखंड में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाले जाने को लेकर विशेष पूजा-अर्चना की गई. इस दौरान भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया गया. साथ ही महाकाल से सुरंग में फंसे सभी मजदूरों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना भी की गई.
महाकाल मंदिर के पुजारी संजय शर्मा ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि भगवान महाकाल से जब भी किसी की जान के लिए दुआ मांगी गई, तो महाकाल ने उसे जीवनदान अवश्य दिया है. कालों के काल और मृत्यु के राजा कहे जाने वाले महाकाल से मजदूरों के सकुशल बाहर निकाले जाने को लेकर विशेष प्रार्थना की गई है. टनल के एक हिस्से के ढहने से उसमें फंसे 41 मजदूरों की जान बचाने के लिए महाकाल मंदिर में महामृत्युंजय जाप के साथ पूजन अभिषेक किया गया.
महाकाल का हुआ विशेष जलाभिषेक
इस दौरान भगवान महाकाल को जल अर्पित कर सभी मजदूरों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना की गई. बता दें कि, सरकार और बचाव दल हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि मजदूर सुरक्षित बाहर आ जाएं. ऐसे में उनसे संपर्क भी किया जा रहा है और उनका हौसला बनाए रखने के लिए उन्हें भरोसा भी दिया जा रहा है.