शारदीय नवरात्र के चौथे दिन श्रद्धालुओं ने की मां कुष्मांडा की पूजा

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
सिरौलीगौसपुर बाराबंकी : शारदीय नवरात्र के चौथे दिन क्षेत्र के विभिन्न गांवों व कस्बों में श्रद्धालुओं ने आदि शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के चतुर्थ स्वरूप मां कुष्मांडा की विधि विधान पूर्वक वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजा अर्चना करके अपने मंगल भविष्य की कामना किया । नवरात्र पर महाभारत कालीन तीर्थ स्थल कुंतेश्वर धाम में कुन्तेश्वर उत्थान समिति के अध्यक्ष जयचन्द यादव ने ग्रामीणों के सहयोग से माता रानी का दरबार सजाया है जहां का सुरम्य वातावरण व साज सज्जा देख कर के माता रानी के भक्त बरबस दर्शन करने के लिए ललित होते हैं पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मां दुर्गा के चतुर्थ स्वरूप का नाम कूष्मांडा है अपनी मंद मुस्कान द्वारा अंड अर्थात् ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कुष्मांडा देवी के नाम से अभिहित किया गया है अतः यही श्रृष्टि कि आदि स्वरूपा आदि शक्ति हैं इनका निवास सूर्य लोक में है इन्ही के तेज और प्रकाश से दसों दिशाएं प्रकाशित होती अष्टभुजी देवी के नाम से विख्यात संस्कृत भाषा में कुष्मांड कुम्हड़े को कहते हैं बलियों में कुम्हड़े की बलि इन्हें सर्वाधिक प्रिय है मां कूष्मांडा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग नष्ट हो जाते हैं मां कुष्मांडा अल्प सेवा और भक्ति से प्रसन्न होने वाली है नवरात्र के चौथे दिन कुष्मांडा देवी स्वरूप की उपासना की जाती है इस दिन साधक का मन अनाहट चक्र में स्थित होता है जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था तब इन्हीं देवी ने ब्रह्मांड की रचना किया था । नवरात्र के चौथे दिन क्षेत्र के सैदनपुर मरकामऊ अवरेला कटका बदोसराय खजुरिहा रसूलपुर रामपुर चौखंडी मेला रायगंज सहादतगंज जैसे विभिन्न गांवों में श्रद्धालुओं ने व्रत धारण कर मां दुर्गा के चतुर्थ स्वरूप मां कुष्माडा देवी की धूप दीप मिष्ठान फल फूल आदि सामग्री के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजा अर्चना किया ।
(जी.एन.एस)