चुनाव नहीं लड़ने का संकेत देने वाले टीएस सिंहदेव ने पेश की दावेदारी
चुनाव में कांग्रेस से टिकट देने के संबंध में उनका आवेदन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अंबिकापुर शहर एवं ग्रामीण के अध्यक्ष को सौंप दिया गया है। प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस के प्रावधान के तहत सबसे पहले सिंहदेव का आवेदन जमा हुआ है.
अंबिकापुर: कभी चुनाव नहीं लड़ने का संकेत दे चुके छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने एक बार फिर सरगुजा की अंबिकापुर विधानसभा सीट से दावा ठोका है. चुनाव में कांग्रेस से टिकट देने के संबंध में उनका आवेदन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अंबिकापुर शहर एवं ग्रामीण के अध्यक्ष को सौंप दिया गया है। प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस के प्रावधान के तहत सबसे पहले सिंहदेव का आवेदन जमा हुआ है |
छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की चर्चा के बीच टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान सामने आया था. उन्होंने कहा था कि पिछले चुनाव तक जन प्रतिनिधि बनकर काम करने की इच्छा थी, लेकिन इस बार ऐसा मन नहीं है. हर पांच साल का अनुभव अलग होता है लेकिन इस बार चुनाव लड़ने का उनका मन पहले जैसा नहीं है. भविष्य में स्थिति क्या होगी यह अलग बात है लेकिन कोई भी निर्णय लेने से पहले वे कार्यकर्ताओं, समर्थकों और मतदाताओं से चर्चा करेंगे.सिंहदेव के चुनाव न लड़ने के संकेत वाले बयान के बाद राजनैतिक गलियारों में इसकी खूब चर्चा भी रही।
बाद में उन्हें छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया
कांग्रेस ने जब प्रत्याशी चयन के लिए दावेदारों से आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू की तो पहले दिन उनके प्रतिनिधि के तौर पर टीएस सिंहदेव ने कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. जेपी श्रीवास्तव और प्रदेश महासचिव द्वितेंद्र मिश्रा ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अंबिकापुर के अध्यक्ष को आवेदन दिया। शहर और ग्रामीण इस दौरान सिंहदेव के समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी. अंबिकापुर सीट से सिंहदेव की दावेदारी ने तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया हैयह तय माना जा रहा है कि सिंहदेव ही अंबिकापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे।वे तीन बार अंबिकापुर विधानसभा से चुनाव जीत चुके हैं।
कार्यकर्ताओं से ली राय
फिर किया दावाउपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने अब अपने गृहनगर सरगुजा में सप्ताह में चार दिन समय देना शुरू कर दिया है। इस दौरान चौपाल के माध्यम से जनसमस्याओं के निस्तारण के साथ-साथ ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में लोगों से सीधा संवाद भी किया जा रहा था। अंबिकापुर विधानसभा से दावेदारी करने से पहले उन्होंने समर्थकों, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं की राय भी जानी थी. उनके नाम पर सबकी सहमति के बाद उन्होंने चौथी बार अंबिकापुर सीट पर दावा ठोका है. क्षेत्र के अलावा लखनपुर व उदयपुर ब्लाक में कई स्थानों पर समर्थकों ने उनके समर्थन में नारेबाजी भी की। कार्यकर्ताओं ने कहा कि सभी की इच्छा है कि वे (टीएस सिंहदेव) ही चुनाव लड़ें।
हर चुनाव में जीत का अंतर बढ़ता गया
टीएस सिंहदेव अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार जीत चुके हैं। हर चुनाव में उनकी जीत का अंतर बढ़ता जा रहा है. वर्ष 2008 का पहला चुनाव मात्र 980 वोटों से जीतने वाले सिंहदेव ने पिछले चुनाव में यह अंतर 39 हजार 624 तक पहुंचा दिया। तीनों चुनावों में बीजेपी से अनुराग सिंहदेव उम्मीदवार रहे हैं |
आंकड़ों से समझिए जीत का अंतर
वर्ष 2008
प्रत्याशी मिले मत मत प्रतिशत
टीएस सिंहदेव 56043 42.11
अनुराग सिंहदेव 56063 41.37
जीत का अंतर -980
वर्ष 2013
प्रत्याशी मिले मत मत प्रतिशत
टीएस सिंहदेव 84668 51.64
अनुराग सिंहदेव 65110 39.71
जीत का अंतर – 19558
वर्ष 2018
प्रत्याशी मिले मत मत प्रतिशत
टीएस सिंहदेव 100439 56.19
अनुराग सिंहदेव 60815 34.02
जीत का अंतर – 39624