वामपंथियों के प्रदर्शन को असफल बनाने के लिए प्रशासन ने नेताओं को किया नजरबंद

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
बछरावां,रायबरेली । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सहित समस्त वामपंथी दलों द्वारा अग्निपथ योजना बढ़ती महंगाई व मनरेगा विद्युत कटौती सहित अन्य मांगों को लेकर प्रत्येक जनपद में 24 जून को विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया था। वामपंथियों के इस प्रदर्शन को असफल बनाने के लिए रायबरेली जिला प्रशासन द्वारा नेताओं को घरों में ही कैद कर दिया गया। इसी कड़ी में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री सीके आजाद को जलालपुरी स्थित उनके आवास पर कैद कर दिया गया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस कस्टडी से मुक्त हुए कॉमरेड आजाद ने कहा सेना को छोटी और युवा बनाने के नाम पर ‘अग्निपथ’ नाम की नयी योजना को लागू करने के कदम को सिरे से वामपंथी दलों द्वारा खारिज कर दिया गया है।
यहां जारी एक प्रेस बयान में भाकपा की जिला काउंसिल द्वारा कहा गया है कि भाकपा महसूस करती है कि सैनिकों की मौजूदा सेवा शर्तों और अनुशासन में किया जाने वाला कोई भी बदलाव देश की सुरक्षा और संप्रभुता को हानि पहुंचाएगा। सरकारी राजस्व के व्यय से संपूर्ण प्रशिक्षण पाने के बाद संविदा पर नियुक्ति एवं अल्पकालिक रोजगार न केवल सेवाओं की गुणवत्ता को प्रभावित करेगा, अपितु प्रशिक्षित युवाओं के भविष्य को भी हानि पहुंचायेगा। 4 साल बाद वापस आने के बाद उन्हे उपयुक्त रोजगार पाना कठिन ही नहीं असंभव हो जाएगा।भाकपा ने ‘अग्निपथ’ को लेकर युवाओं के आक्रोश को स्वाभाविक बताते हुये उनकी मांगों को सामयिक और न्यायोचित बताया है। पार्टी ने लोकतान्त्रिक ढंग से आवाज उठाने की सलाह युवाओं को दी है। भाकपा ने सरकार को सुरक्षा बलों में भर्ती अथवा पदोन्नति के मौजूदा ढांचे में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न करने की चेतावनी दी है। भाकपा मांग करती है कि ‘अग्निपथ’ योजना को तत्काल रद्द किया जाये और मौजूदा रिक्तियों को मौजूद प्रक्रिया से ही फौरन भरा जाये।
(जी.एन.एस)