बरेली के फतेहगंज में पाकिस्तानी शिक्षिका से 46.88 लाख की वसूली करेगी योगी सरकार, 9 साल से कर रही थी नौकरी
बरेली
बरेली के फतेहगंज पश्चिमी विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात रही पाकिस्तानी शिक्षिका शुमायला खान से बेसिक शिक्षा विभाग ₹46,88,352 की वसूली करेगा। खंड शिक्षा अधिकारी भानु शंकर गंगवार ने इस रकम के सत्यापन के लिए वित्त एवं लेखाधिकारी नीरज पाठक को रिपोर्ट भेज दी है। सत्यापन के बाद रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह को भेजी जाएगी, जिसके बाद वसूली की प्रक्रिया शुरू होगी।
फर्जी दस्तावेजों से मिली नौकरी, नागरिकता पर उठा था सवाल
जानकारी के अनुसार, शुमायला खान ने फर्जी निवास प्रमाणपत्र के जरिए बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक की नौकरी प्राप्त की थी। वह वर्ष 2015 से माधौपुर के प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत थी। उसकी नागरिकता को लेकर संदेह जताया गया था, जिसके बाद मामले की जांच कराई गई। एसडीएम सदर रामपुर द्वारा कराई गई जांच में यह पुष्टि हुई कि शुमायला का निवास प्रमाणपत्र त्रुटिपूर्ण था और उसमें तथ्यों को छिपाया गया था।
निवास प्रमाणपत्र हुआ था निरस्त, अब बर्खास्तगी के बाद जांच में तेजी
शुमायला खान का निवास प्रमाणपत्र पिछले साल निरस्त कर दिया गया था। विभाग ने उसे कई बार स्पष्टीकरण देने का अवसर दिया, लेकिन वह प्रमाणपत्र की वैधता सिद्ध नहीं कर सकी। इसके बाद 3 अक्तूबर 2024 को बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने उसे निलंबित कर दिया था। अब उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
वेतन, भत्ते और बोनस की रकम वसूली जाएगी
विभाग शुमायला से उसकी सेवा अवधि के दौरान दिए गए वेतन, भत्ते और बोनस की पूरी राशि वसूल करेगा। वसूली की रकम में वर्ष 2016-17 और 2020-21 में मिले बोनस की राशि भी शामिल है। वित्त एवं लेखाधिकारी नीरज पाठक के अनुसार, खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट का सत्यापन किया जा रहा है। वसूली की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी और उसकी तैनाती से बर्खास्तगी तक जारी वेतन व अन्य भत्तों की गणना कर मिलान किया जाएगा।