अब किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट के लिए दिल्ली-चंडीगढ़ या जयपुर भागने की जरूरत नहीं, PGI रोहतक में ही मिलेगी सुविधा
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
चंडीगढ़ : देश के अग्रणीय राज्यों में मौजूद हरियाणा आज तक प्रदेशवासियों को पूरी तरह से स्वास्थ्य सुविधाएं देने में नाकाम साबित होता रहा है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमआरआई-सिटी स्कैन और पीजीआई में किडनी-लीवर ट्रांसप्लांट की फैसिलिटी ना होना, प्रदेश के लिए आज तक बेहद चिंता की बात बना रहा है लेकिन जल्द स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के अथक प्रयासों से जल्द प्रदेशवासियों को एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है।
अब किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट के लिए प्रदेश की जनता को आसपास के अन्य प्रदेशों दिल्ली-चंडीगढ़ या जयपुर भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि अगले छह माह में बड़े स्तर पर यह सुविधा देने की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। इस मामले में स्वयं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि हरियाणा सरकार प्रदेशवासियों को पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं देने को लेकर प्रतिबद्ध है। प्रदेश में सरकार आने के बाद मेडिकल और हेल्थ इंस्टिट्यूशन के नक्शे बदले हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी मिलने पर स्वास्थ्य सुविधाओं के हालात बेहद बुरे थे।
छोटी-छोटी बीमारियों की दवाइयां अस्पतालों में या तो मिलती नहीं थी या फिर मरीजों को वितरित ही नहीं की जाती थी। हर साल एक्सपायर हो चुकी दवाइयों की एक बड़ी खेप खेतों में फेंक दी जाती थी। मेरे पद संभालने के बाद भी दो-चार ऐसी घटनाएं सामने आई।
जिस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए मैंने हर तरह की दवाई अस्पताल में ही मुहैया करवाने के आदेश जारी किए। सारी फैसिलिटी एमआरआई, सिटी स्कैन, डायलिसिस, हार्ट सेंटर इत्यादि की सुविधाओं को अस्पताल में मुहैया करवाया। सारी लैब्स अपग्रेड की। 100 बेडेड अस्पतालों को 200 बेडेड बनवाया। प्रदेश के अस्पतालों में कर्मचारियों की भारी कमी थी, नॉर्म्स और जरूरत के हिसाब से कर्मचारियों की भर्ती की।
(जी.एन.एस)