मुरैना में एसडीएम पद से हटाए जाने के बाद महिला डिप्टी कलेक्टर ने इस्तीफा दे दिया
एसडीएम की कुर्सी से हटाए जाने से डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। नाराज महिला डिप्टी कलेक्टर ने नौकरी छोड़ने के लिए अपर कलेक्टर को अपना इस्तीफा सौंप दिया.

मुरैना: एसडीएम की कुर्सी से हटाए जाने से नाराज मुरैना जिले की डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। नाराज महिला डिप्टी कलेक्टर ने नौकरी छोड़ने के लिए अपर कलेक्टर को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इससे प्रशासनिक महकमा में हड़कंप मच गया। इस बारे में न तो इस्तीफा देने वाले डिप्टी कलेक्टर कुछ बोलने को तैयार हैं और न ही जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी इसे लेकर कुछ बोलने तैयार हैं।
डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी सबलगढ़ लगभग छह माह तक एसडीएम के पद पर पदस्थ रहीं
बीते दिनों जिले को चार नए डिप्टी कलेक्टर मिले थे, जिसके बाद कलेक्टर अंकित अस्थाना ने प्रशासनिक सर्जरी करते हुए मेघा तिवारी को सबलगढ़ एसडीएम पद से हटाकर दिमनी विधानसभा में सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) की जिम्मेदारी दी थी |
मेघा तिवारी की जगह डिप्टी कलेक्टर वीरेंद्र कटारे को सबलगढ़ का एसडीएम बनाया गया है
मेघा तिवारी ने ब्लॉक के मुख्य पदाधिकारी से अलग चुनाव कार्य में लगाये जाने को लेकर बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया.शाम को अपर समाहर्ता सीबी प्रसाद के कार्यालय गये और उन्हें त्याग पत्र सौंपा. डिप्टी कलेक्टर ने इस्तीफा देने के पीछे पारिवारिक कारण बताया है या फिर विभाग में उपेक्षा को नौकरी छोड़ने का कारण बताया है. इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. इस मामले में डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी को कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया, बाद में उन्होंने फोन बंद कर लिया. बताया गया है कि गुरुवार को वह काम पर भी नहीं आई, वहीं दूसरी ओर वरिष्ठ अधिकारियों ने उसे समझाने की कोशिश भी कर रहे हैं।
शाम को अपर समाहर्ता सीबी प्रसाद के कार्यालय गये और उन्हें त्याग पत्र सौंपा. डिप्टी कलेक्टर ने इस्तीफा देने के पीछे पारिवारिक कारण बताया है या फिर विभाग में उपेक्षा को नौकरी छोड़ने का कारण बताया है. इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. इस मामले में डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी को कई बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया, बाद में उन्होंने फोन बंद कर लिया. बताया गया है कि गुरुवार को वह काम पर भी नहीं आई, वहीं दूसरी ओर वरिष्ठ अधिकारियों ने उसे समझाने की कोशिश की |