अभनपुर में भाजपा ने हासिल की बड़ी जीत.. इंद्र कुमार साहू ने करीब 15 हजार वोटों से कब्जाई सीट
बता दे कि आज के नतीजों के पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार में थी। सत्ताधारी कांग्रेस के पास 77 जबकि भाजपा के 18 सीटें थी। इसी तरह एमपी में भाजपा के पास 128 तो विपक्षी दल कांग्रेस के पास 102 सीटें थी।
रायपुर: भाजपा के लिए एक और बड़ी खबर सामने आई है। यहाँ के भाजपा प्रत्याशी इंद्र कुमार साहु ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धनेन्द्र साहू को पटखनी दे दी है। इस जीत के बाद इंद्र साहू ने इसे प्रशासनिक आतंकवाद के खिलाफ जीत बताया है। उन्होंने करीब 15 हजार वोटों से जीत दर्ज की है।
गौरतलब है कि देश के पांच राज्यों में पिछले महीने नवम्बर में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए थे। इनमे छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश समेत तेलंगाना, राजस्थान और मिजोरम शामिल थे। छत्तीसगढ़ में 7 नवम्बर को पहले चरण में बस्तर संभाग के 20 विधानसभाओं के लिए वोट डाले गए थे तो वही दूसरा चरण 17 नवम्बर को पूरा हुआ था। शेष राज्यों में एक ही चरण में मतदान संपन्न हुए थे।
कहाँ कब-कब हुए थे मतदान
छत्तीसगढ़ में 20 सीटों के लिए 7 नवंबर और शेष बचे 70 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवम्बर को वोटिंग हुई थी। इसी तरह मिजोरम में भी एक चरण में ही 7 नवंबर, मध्यप्रदेश के 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवम्बर को, राजस्थान में 200 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 23 नवंबर जबकि तेलंगाना में 119 सीटों के लिए 30 नवंबर 2023 को वोट डाले गए थे।
कहाँ कितने फीसदी मतदान
अलग-अलग राज्यों में हुए चुनाव में बड़ी संख्या में मतदाताओं में वोटिंग की थी। छत्तीसगढ़ में पहल चरण के लिए कुल 77.23% मतदान जबकि दूसरे चरण में 77 फ़ीसदी से अधिक मतदान दर्ज किया गया था। इस तरह छत्तीसगढ़ में 76.31 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 76 %, तेलंगाना में 70.60 %, मिजोरम में 77.04 प्रतिशत जबकि राजस्थान में इस बार 75.45 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
एक्जिट पोल में क्या थे रुझान
बता दे कि तेलंगाना में मतदान संपन्न होने के बाद अलग-अलग सर्वे एजेंसीज और टीवी चैनल की तरफ से संभावित नतीजों के तौर पर एक्जिट पोल्स जारी किये गये थे। इन पोल्स में बताया गया था कि मध्यप्रदेश में भाजपा, राजस्थान में भी भाजपा, तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बन रही है। छत्तीसगढ़ में तस्वीर ज्यादा साफ नहीं थी हालांकि यहाँ कांग्रेस को 50 सीटों के साथ बहुमत के करीब बताया गया था। इसी तरह मिजोरम में जेपीएम को स्पष्ट बहुमत हासिल करने का दावा किया गया था।