'चरणदास महंत का गोंडवाना पार्टी से है नाता'.. टिकट कटने पर मोहितराम केरकेट्टा ने कहा 'बड़ी साजिश हुई है'..
छत्तीसगढ़ कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होते ही तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने अपना टिकट कटने के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और कांग्रेस प्रदेश महासचिव प्रशांत मिश्रा को जिम्मेदार ठहराया है।

कोरबा: छत्तीसगढ़ कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होने के बाद टिकट कटने को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमाने लगी है. तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने अपना टिकट कटने के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और कांग्रेस प्रदेश महासचिव प्रशांत मिश्रा को जिम्मेदार ठहराया है |
केरकेट्टा का आरोप है कि डॉ. महंत के करीबी
प्रशांत मिश्रा ने उनके खिलाफ साजिश रचकर टिकट कटवा दिया और इस साजिश में चरणदास महंत ने प्रशांत मिश्रा का साथ दिया और टिकट कटवा दिया. विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत पर उनकी ही पार्टी के विधायक द्वारा लगाए गए इस गंभीर आरोप के बाद यह तय है कि प्रदेश में एक बार फिर सियासत गरमा जाएगी. विधायक ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत पर टिकट छीनने की साजिश में साथ देने का गंभीर आरोप लगाया है |
दरअसल, बुधवार 18 अक्टूबर को कांग्रेस ने अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर
53 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया. इस सूची में पार्टी आलाकमान ने 10 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिये. दूसरी सूची जारी होने के बाद राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस की रणनीति और टिकट बंटवारे को लेकर चर्चा चल रही है. वहीं टिकट कटने से नाराज विधायकों का गुस्सा भी सामने आ रहा है. इस बार कांग्रेस ने कोरबा जिले की पाली-तानाखार सीट से मौजूदा विधायक मोहितराम केरकेट्टा का टिकट काटकर दुलेश्वरी को मैदान में उतारा है। सिदार पर भरोसा जताया है। कांग्रेस की इस लिस्ट के जारी होने के बाद से ही तानाखार विधानसभा में प्रत्याशी बदलने को लेकर राजनीति गरमा गयी है।
तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए अच्छा काम किया है
लेकिन पाली निवासी प्रशांत मिश्रा, जो प्रदेश कांग्रेस महासचिव हैं, ने उनका टिकट कटवाने की साजिश रची थी. विधायक केरकेट्टा ने आरोप लगाया कि जब प्रशांत मिश्रा ने गोन समुदाय से आने वाली दुलेश्वरी सिदार को टिकट दिया तो दावा किया गया कि सक्ती विधानसभा सीट और अन्य सीटों पर गोन समुदाय का वोट कांग्रेस को मिलेगा. जिसके बाद प्रशांत मिश्रा की इस साजिश में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने अपनी सहमति दी और टिकट रद्द करा दिया. मोहितराम केरकेट्टा ने कहा कि पार्टी की इस सूची के बाद क्षेत्र की जनता और उनके समर्थक काफी नाराज हैं |
फिलहाल इस नाराजगी के बावजूद विधायक केरकेट्टा ने निर्दलीय या किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है
उनका साफ कहना है कि क्षेत्र की जनता और उनके समर्थक जो भी फैसला लेंगे, वे उनके फैसले का समर्थन करेंगे. तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने दावा किया कि तानाखार से मिली रिकॉर्ड बढ़त के कारण 2019 के लोकसभा चुनाव में ज्योत्सना महंत की सीट बच गई। इस सीट से उन्होंने कड़ी मेहनत की और सांसद ज्योत्सना महंत को रिकॉर्ड 62 हजार वोटों की बढ़त दिलाई. लेकिन उनकी मेहनत की सराहना उनके सांसद पति और ने कीउन्हें दरकिनार करने और उनका टिकट काटने में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की अहम भूमिका रही है. विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने आरोप लगाया कि डॉ. महंत का गोंडवाना पार्टी से भी रिश्ता है, जिसका फायदा आगामी लोकसभा चुनाव में उठाने के लिए उन्होंने गोड़ समाज की महिला प्रत्याशी को टिकट देकर किनारे कर दिया. जिससे कार्यकर्ता और क्षेत्र के लोग काफी नाराज हैं |