कानपुर में 1200 बैंक खातों से करोड़ों की ठगी, तरीका जानकर दंग रह जाएंगे आप
कानपुर पुलिस ने एक धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़ किया है. बेंगलुरु पुलिस कानपुर पहुंची और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई. आरोपियों ने करोड़ों की धोखाधड़ी की थी.
कानपुर: कानपुर से धोखाधड़ी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. बेंगलुरु में दर्ज शिकायत के बाद बेंगलुरु पुलिस कानपुर पहुंची और कोहाना पुलिस स्टेशन और कानपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया, जो किराए पर लोगों से बचत खाते लेकर उनमें धोखाधड़ी की रकम ट्रांसफर कर रहे थे. वहीं पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है, बेंगलुरु पुलिस आरोपी को लेकर चली गई |
शख्स के खाते में आए थे 1 करोड़ 20 लाख रुपये
कानपुर पुलिस को बेंगलुरु पुलिस से सूचना मिली कि 17 नवंबर को कानपुर के हालसी रोड स्थित आईसीआईसीआई बैंक के एक चालू खाते में 1 करोड़ 20 लाख रुपये जमा कराए गए हैं. इन 1 करोड़ 20 लाख रुपये में से 1 करोड़ 11 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए गए. इस सूचना पर कोहना थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की |
1200 लोगों के खाते किराये पर लिए थे
जब पुलिस ने दोनों अपराधियों शुभम तिवारी और शिवम यादव से पूछताछ की तो पता चला कि ये लोग बैंक खाताधारकों से उनका ओटीपी पूछकर ठगी करते हैं. धोखाधड़ी की रकम चालू खाते में जमा कराएं। इसके बाद उस रकम को किराए पर लिए गए बचत खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता है. अब तक की जांच से पता चला है कि ये लोग करीब 1200 लोगों के बचत खाते किराए पर लेते थे और उनमें फर्जी रकम ट्रांसफर करते थे |
महिला से की गई 4 लाख 24 हजार रुपये की ठगी
जानकारी देते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि बेंगलुरु पुलिस से कॉल आने पर कोहाना थाने को सूचना मिली कि वहां रहने वाली एक महिला से ओटीपी पूछकर 4 लाख 24 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई है. . बेंगलुरु पुलिस ने कानपुर पहुंचकर दोनों आरोपियों से पूछताछ की और उन्हें बेंगलुरु ले गई. आनंद प्रकाश तिवारी ने भी इस मामले में जांच की बात कही है |