स्वास्थ्य मंत्री ने हिंदी की डिक्शनरी में एक नया शब्द जुड़वाया ‘बन्नाबांट’!
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
रांची : भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर प्रोत्साहन राशि लेने के आरोप मामले की हाईकोर्ट के सीटिंग जज या किसी केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उन्होंने मांग की है कि वे बन्ना गुप्ता को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें।
शाहदेव ने आज पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने खुद और अपने लोगों को प्रोत्साहन राशि दिलवाकर हिंदी की डिक्शनरी में एक नया शब्द ‘बन्नाबांट’ जुड़वाया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की जो कार्यशैली है वह पहले किसी सरकार में देखने को नही मिली। खान मंत्री अर्थार्त मुख्यमंत्री अपने नाम से खनन पट्टा ले लेते हैं और स्वास्थ्य मंत्री अपने नाम पर प्रोत्साहन राशि। उन्होंने कहा कि बड़े बड़े घोटाले को अंजाम देने वाले अब छोटे-छोटे लोगो के हिस्सा पर भी सेंधमारी कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन राशि लेने वालों में स्वास्थ मंत्री के साथ-साथ पहला नाम स्वास्थ्य विभाग के सचिव अरूण कुमार सिंह का है।
शाहदेव ने कहा कि संयुक्त सचिव, अवर सचिव, उप सचिव सबका नाम प्रोत्साहन राशि पाने वालों की लिस्ट में जोड़ दिया गया है। प्रतुल ने कहा कि रूल ऑफ एग्जीक्यूटिव बिजनेस के तहत स्वास्थ्य सचिव को मंत्री के इस गलत कार्य का विरोध करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सब कुछ स्वास्थ मंत्री के निर्देश पर हुआ है। शाहदेव ने कहा कि कोरोना में जान गंवाने वाले डॉक्टरों को अब तक मुआवजा का भुगतान नहीं हुआ है। थर्ड और फोर्थ ग्रेड के स्वास्थ्यकर्मी जो प्रोत्साहन राशि के हकदार थे, उन्हें भुगतान नहीं हुआ है और इसके इतर स्वास्थ मंत्री और उनके खासम खासो ने प्रोत्साहन राशि ले ली।
(जी.एन.एस)