क्या बीजेपी डरी हुई है? यहां मतगणना से पहले ही खुल गए मतपत्र, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
बालाघाट में मतगणना से पहले खुले मतपत्र, कांग्रेस ने वीडियो जारी कर सुरक्षा पर उठाए सवाल
बालाघाट : मध्य प्रदेश में परिणाम की घड़ियां नजदीक है। ऐसे में बैलेट पेपर और ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रख दिया गया है। मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 3 दिसंबर को होगा। इससे पहले पूरे प्रदेश में प्रशासन की कड़ी नजर है इसी के साथ स्ट्रांग रूम के बाहर लगातार निगरानी करने के लिए पुलिस सहित पार्टी के प्रतिनिधि मौजूद है। जो लगातार निगरानी कर रहें है कि मतगणना से पहले कोई गड़बड़ी न हो जाएं। लेकिन 27 नवंबर को बालाघाट से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने चुनाव में लगे कर्मचारियों पर सवाल खड़े कर दिए है।
बैलेट पेपर से छेड़छाड़ करते देखा जा रहा
मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में स्ट्रांग रूम में छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मतगणना के पहले में बैलेट पेपर से छेड़छाड़ करते देखा जा रहा है। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि कुछ कर्मचारी मत पत्रों को इकट्ठा करते दिख रहे हैं। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत कर जांच की मांग की है।
अंतिम सांसें गिनती शिवराज सरकार और सरकार की अंधभक्ति में
एमपी कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा- निर्वाचन को कलंकित करते बालाघाट कलेक्टर। मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा ने आज 27 नवंबर को ही स्ट्रांग रूम खुलवाकर बिना अभ्यर्थियों को सूचना दिए डाक मतपत्रों की पेटियां खोल दी है। अंतिम सांसें गिनती शिवराज सरकार और सरकार की अंधभक्ति में लीन कलेक्टर लोकतंत्र के लिये बड़ा खतरा हैं। कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता सतर्क और चौकन्ना रहे। बीजेपी की करारी हार से बौखलाई चोरी की ये सरकार और कुछ सरकारी दलाल वोट चुराने की फिराक मे हैं।
बालाघाट ज़िले में पोस्टल बैलेट को मतगणना से पहले ही खोले जाने और छेड़छाड़ की आशंका
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के बालाघाट ज़िले में पोस्टल बैलेट को मतगणना से पहले ही खोले जाने और छेड़छाड़ की आशंका का एक वीडियो सामने आया है, जिसकी शिकायत निर्वाचन आयोग में कांग्रेस पार्टी ने की है। यह अत्यंत गंभीर मामला है। दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिये। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आवाहन करता हूं कि वे मुश्तैद रहें और कोई गड़बड़ी नहीं होने दें।
गौरतलब है कि मतगणना के समय सबसे पहले बैलेट पेपर की गिनती की जाती है इसके बाद ईवीएम की गिनती होती है। बता दें कि विधानसभा चुनाव में बालाघाट जिले में कर्मचारियों, दिव्यांगों, बुजुर्गों ने अपने मत का प्रयोग बैलेट पेपर के माध्यम से किया था।
एडीएम भोपाल के स्ट्रांग रूम पहुंचे
उधर, इस मामले के बाद चुनाव आयोग सक्रिय नजर आया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम भोपाल के स्ट्रांग रूम पहुंचे। डाक मतपत्र को लेकर कांग्रेस ने शिकायत की थी। गड़बड़ी की आशंका के चलते निर्वाचन आयोग अब सक्रिय हो गया है। कर्मचारी के मतपत्र खोलने को लेकर विवाद भी हुआ था। जिसके बाद एडीएम प्रकाश सिंह चौहान ने कहा कि व्यवस्थाए चाक चौबंद है। पोस्टल बैलेट उसी दिन छांटे जाएंगे। सबसे ज्यादा दक्षिण पश्चिम में करीब 4 हजार मतपत्र है। इसके लिए सबसे ज्यादा टेबल लगाए गए है।