एमपी एनएसयूआई ने मणिपुर सीएम को भेजा तोहफा, स्पीड पोस्ट से भेजी चूड़ियां जानिए पूरी खबर
निपुर में महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। मानवता को कलंकित करने वाली इस घटना को लेकर पीएम मोदी की आश्चर्यजनक चुप्पी को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं.
भोपाल: मणिपुर यौन हिंसा के विरुद्ध भोपाल में एनएसयूआई ने वहां के सीएम को चूड़ियां भेजी हैं।मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। मानवता को कलंकित करने वाली इस घटना को लेकर पीएम मोदी की आश्चर्यजनक चुप्पी को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. इस शर्मनाक घटना के बाद देशभर से लोग मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह को लानतें भेज रहे हैं. हालाँकि, मध्य प्रदेश एनएसयूआई मेडिकल विंग ने उन्हें उपहार भेजा है।
मणिपुर सीएम को भेजी चूड़ियां
दरअसल, मध्य प्रदेश एनएसयूआई मेडिकल विंग से जुड़ी छात्राओं ने मणिपुर के सीएम को चूड़ियां भेजी हैं. छात्राओं ने इसे खूबसूरत तोहफा बताते हुए कहा कि इस अकर्मण्य मुख्यमंत्री को चूड़ियां पहननी चाहिए. महिलाओं की अस्मत नहीं बचा पाने वाले सीएम के लिए ये सबसे कीमती तोहफा होगा, वो खुद चूड़ियां पहनकर बैठें. एनएसयूआई मेडिकल विंग ने यह तोहफा स्पीड पोस्ट के जरिए सीएम हाउस के पते पर भेजा है |
मामले को लेकर एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार ने कहा कि छात्राओं ने मणिपुर के सीएम को चूड़ियां भेजी हैं, ऐसे अकर्मण्य सीएम के लिए इससे उपयुक्त तोहफा कुछ नहीं हो सकता. सीएम चूड़ी पहनकर शायद समझ सकें कि उनके राज्य में महिलाओं को कितना दर्द और पीड़ा झेलनी पड़ रही है. मानव सभ्यता के इतिहास में महिलाओं के साथ इतना बर्बर व्यवहार नहीं किया गया होगा जो मणिपुर में हो रहा है |
परमार ने आगे कहा कि महिला सुरक्षा के संदर्भ में प्रधानमंत्री की बेशर्म चुप्पी हम सभी को शर्मिंदा और परेशान करती है। हमें पीएम से कोई उम्मीद भी नहीं है. आज पूरे विश्व में भारत का सिर शर्म से झुक गया है और इसके लिए स्पष्ट रूप से भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता जिम्मेदार है। मणिपुर के सीएम बेशर्मी से कह रहे हैं कि ऐसे सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं. मैं कहना चाहता हूं कि अगर आप स्थिर नहीं हैं तो नीचे क्यों नहीं उतरते, कुर्सी हो या जनाजा हो।
ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर छात्रा अनामिका ठाकुर, छात्रा जया पाटीदार, एनएसयूआई नेता राजवीर सिंह लकी चौबे, ईश्वर चौहान, डॉ. रूपेश विश्वकर्मा, डॉ. सनी तिवारी, जितेंद्र विश्वकर्मा, विक्रम आमलाबे, लखना ठाकुर, जीशान खान, यामीर अंसारी, कुंदन, शैलेन्द्र भलावी, कैलाश कवरेती, वी. दिनेश दांगी, संदीप लोधी, अयांश गुप्ता, शरद यादव, आकाश यादव, सूरज यादव, प्रद्युम्न मौर्य, धीरज कुंभार, ईश्वर तोमर, पवन पंवार, गोविंद, भूपेन्द्र। अंकित, उमराव, नितेश, बीरम सहित सभी कार्यकर्ता मौजूद रहे।