विश्वविद्यालय के 300 से ज्यादा कर्मचारी निर्वाचन कार्यों में व्यस्त, डिग्री अटकने से विद्यार्थी परेशान
अगले माह होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कर्मचारियों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण। इससे विश्वविद्यालय से जुड़े कार्य हो रहे प्रभावित
इंदौर : नवंबर के तीसरे सप्ताह में विधानसभा चुनाव होना है। इन दिनों चुनाव की तैयारी में सरकारी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों की निर्वाचन से जुड़े कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के परीक्षा और गोपनीय विभाग के तीन सौ से ज्यादा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इन दिनों इन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कारण विश्वविद्यालय से जुड़े कार्य प्रभावित होने लगे हैं।
डिग्री, डुप्लीकेट मार्कशीट, माइग्रेशन और ट्रांसक्रिप्ट बनाने में काफी समय लग रहा है। परेशान छात्र-छात्राएं इन दिनों विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर है। विदेश में नौकरी और उच्च शिक्षा के लिए जाने वाले विद्यार्थियों के दस्तावेज तैयार करने के लिए अधिकारी विशेष अनुमति दे रहे हैं।
20-25 दिन में भी तैयार नहीं हो रहे दस्तावेज
बीए, बीकाम, बीएससी, बीबीए, बीसीए के अंतिम वर्ष व एमबीए, एमएससी, एमकाम के अंतिम सेमेस्टर के रिजल्ट घोषित हो चुके हैं। विश्वविद्यालय ने कुछ दिन पहले इनकी मार्कशीट भी कालेजों में भेज रखी है। अब डिग्री-ट्रांसक्रिप्ट के लिए विद्यार्थियों ने आवेदन कर रखा है। 20-25 दिन में भी दस्तावेज तैयार नहीं हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों को फारेन यूनिवर्सिटी व कंपनी का पत्र लगाना पड़ रही है।
कर्मचारी कम होने से कार्य प्रभावित
सहायक कुलसचिव डा. विष्णु मिश्रा ने कहा कि कर्मचारी कम होने से कार्य प्रभावित हुए हैं। दस्तावेज व प्रमाण पत्र तैयार करवाने के लिए कर्मचारियों को शाम को बुलाकर करवाया जा रहा है। अवकाश वाले दिन भी काम हो रहा है। सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले छात्र-छात्राएं भी पहुंच रहे हैं।
500 डिग्रियां करनी हैं जारी
पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद विद्यार्थी डिग्रियों के लिए सबसे ज्यादा आवेदन कर रहे हैं। इन दिनों 500 से ज्यादा डिग्रियां जारी करना बाकी है। ज्यादातर डिग्रियों पर कुलपति की साइन नहीं हुई है। यहां तक कि 200 ट्रांसक्रिप्ट बनाई जाना है।