PM kisan Yojana Scam: किसान सम्मान निधि में बड़ा घपला…फर्जी नामों से निकाले जा रहे हैं करोड़ों, 854 केस आए सामने
किसान सम्मान निधि में बड़ा घपला...फर्जी नामों से निकाले जा रहे हैं एक ग्राम पंचायत से ही 5 करोड़ एक लाख 24 हजार की राशि के गोलमाल सामने आ रहा है. हम ग्राम पंचायत के लोगों ने इन्हीं सब बातों को लेकर कलेक्टर के पास शिकायत भी दर्ज कराई है.
रायपुर, PM kisan Yojana Scam: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले से किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) में बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है. बेमेतरा (Bemetra) जिले के अंतर्गत आने वाले बेरला ब्लॉक के ग्राम पंचायत बार गांव के पते पर ये गोलमाल सामने आया है. दरअसल, स्थानी ग्राम पंचायत व किसानों के द्वारा किसान सम्मान निधि प्राप्त करने वाले लाभार्थियों की जब सूची ऑनलाइन निकाली गई, तो उनके ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव कोसपातर, मटिया और बार गांव मिलाकर कुल 1456 किसानों की सूची उन्हें प्राप्त हुई, जब इसका अध्ययन किया, तो सिर्फ एक पंचायत से 5 करोड़ एक लाख 24 हजार रुपए का घोटाला सामने आया.
इस पूरे मामले पर बार गांव के रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि उनके गांव में 19 किसान पंजीकृत हैं
जिन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि मिल रहा है. इसके अतिरिक्त उनके गांव में कोई भी मुसलमान नहीं है. उन्होंने कहा कि बार गांव के मुसलमान किसानों को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. लिहाजा, इन फर्जी नामों की जांच होनी चाहिए.
सरपंच ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कलेक्टर से की शिकायत
वहीं, इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि अमर दास ने कहा कि हमारे ग्राम पंचायत में इतने सारे किसान है ही नहीं और सालों से इनको अगर राशि जा रही है, तो यह एक गंभीर मामला है. इसकी गंभीरता को देखते हुए तत्काल विभाग को जांच शुरू करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सिर्फ हमारे ग्राम पंचायत में ही 854 किसान के नाम फर्जी निकले हैं
छत्तीसगढ़: किसान सम्मान निधि में बड़ा घपला…फर्जी नामों से निकाले जा रहे हैं करोड़ों, 854 केस आए सामनेछत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के एक ग्राम पंचायत में ही 854 किसान के नाम फर्जी निकले हैं. अगर ₹6000 सालाना की दर से हिसाब लगाया जाए तो सिर्फ एक ग्राम पंचायत से ही 5 करोड़ एक लाख 24 हजार की राशि के गोलमाल सामने आ रहा है. हम ग्राम पंचायत के लोगों ने इन्हीं सब बातों को लेकर कलेक्टर के पास शिकायत भी दर्ज कराई है.
अधिकतर नाम बंगाली सरनेम वाले मुस्लिम समुदाय के निकले
किसानों ने जब तीनों गांव की सूची निकालने के बाद इसका मिलान किया, तो 658 किसानों के नाम फर्जी निकले. यह सभी नाम मुस्लिम समुदाय के थे. इसके अलावा 198 और नाम भी फर्जी निकले, जिसका सरनेम विश्वास, सरकार, दास, राय मिले.,
इस पूरे मामले पर बार गांव के रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि उनके गांव में 19 किसान पंजीकृत हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि मिल रहा है. इसके अतिरिक्त उनके गांव में कोई भी मुसलमान नहीं है. उन्होंने कहा कि बार गांव के मुसलमान किसानों को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. लिहाजा, इन फर्जी नामों की जांच होनी चाहिए.
सरपंच ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कलेक्टर से की शिकायत
वहीं, इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि अमर दास ने कहा कि हमारे ग्राम पंचायत में इतने सारे किसान है ही नहीं और सालों से इनको अगर राशि जा रही है, तो यह एक गंभीर मामला है. इसकी गंभीरता को देखते हुए तत्काल विभाग को जांच शुरू करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सिर्फ हमारे ग्राम पंचायत में ही 854 किसान के नाम फर्जी निकले हैं.
अगर ₹6000 सालाना की दर से हिसाब लगाया जाए, तो सिर्फ एक ग्राम पंचायत से ही 5 करोड़ एक लाख 24 हजार की राशि का गोलमाल सामने आ रहा है. ग्राम पंचायत के लोगों ने इन्हीं सब बातों को लेकर कलेक्टर के पास शिकायत भी दर्ज कराई है.
यहां ज्यादातर किसान हरियाणा व पंजाब के हैं
ग्रामीणों की बात सुनने के बाद एनडीटीवी संवाददाता सुजीत शर्मा ने जब ग्राम पंचायत के आसपास स्थित कृषि फार्म हाउस का निरीक्षण किया, तो वहां भी इन नामों वाले कोई भी शख्स नहीं मिले. दरअसल, बेमेतरा जिला कृषि प्रधान और यहां पर हरियाणा व पंजाब से आकर बड़ी संख्या में खेती करते हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने फार्म हाउस में भी जाकर पता लगाया, लेकिन इस नाम के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली.