राहुल का तीर निशाने पर, चुनाव लड़ने का रास्ता साफ अंततः राहुल को मिली राहत -मनोज बाबू चौबे
जिले की खरगापुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी को घण्टों चली बहस के बाद उनका नामांकन स्वीकार हो जाने पर उनका चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है, जिससे उन्होंने राहत की सांस ली है।
खरगापुर: जिले की खरगापुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी को घण्टों चली बहस के बाद उनका नामांकन स्वीकार हो जाने पर उनका चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है, जिससे उन्होंने राहत की सांस ली है।
राज्य में भाजपा के दो प्रत्याशियों के नामांकन पर होल्ड लगाया गया था
लेकिन अब दोनों ही प्रत्याशियों को राहत मिल गई है। सबसे पहले सुरेंद्र पटवा का नामांकन स्वीकार कर लिया गया था । उमा भारती के भतीजे राहुल लोधी को भी इस मामले में रिटर्निंग ऑफिसर ने खरगापुर विधानसभा सीट से राहुल सिंह लोधी का नामांकन स्वीकार कर लिया है, जिससे उनका चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है।मध्यप्रदेश सूबे में ठीक चुनाव के पहले राज्यमंत्री बनाये गए राहुल लोधी के फॉर्म पर कांग्रेस प्रत्याशी चंदा रानी गौर ने आपत्ति जताई थी। उनके वकील की आपत्ति के बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने दोनों पक्षों सुनने के बाद देर शाम कांग्रेस प्रत्याशी की आपत्ति को खारिज करते हुए राहुल सिंह के फॉर्म को मान्य कर लिया है।
ऐसे में अब खरगापुर में राहुल सिंह लोधी के चुनाव लड़ने के लिए की गई पैरवी से तीर निशाने पर लगने से उनका चुनाव लड़ने का साफ हो गया है। दरअसल कल फॉर्म स्क्रूटनिंग के बाद कांग्रेस प्रत्याशी की आपत्ति के बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने राहुल लोधी का फॉर्म होल्ड पर रख दिया था।