खेल समाचारवर्ल्ड

विंबलडन में रूसी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध : नडाल और नोवाकने की आलोचना

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क

मैड्रिड : राफेल नडाल और नोवाक जोकोविच ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण इस साल के विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट में रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को खेलने से रोकने के फैसले की आलोचना की है। टेनिस के इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने कहा कि विंबलडन ने अनुचित फैसला किया है। नडाल और जोकोविच दोनों मैड्रिड ओपन में खेलने की तैयारियां कर रहे हैं।

रिकॉर्ड 21 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नडाल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह रूस के मेरे टेनिस साथियों के साथ बहुत अनुचित हो रहा है। युद्ध में अभी जो कुछ हो रहा है, वह उनकी गलती नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे उनके लिए खेद है। विंबलडन ने स्वयं ही अपना फैसला लिया। सरकार ने उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर नहीं किया। देखते हैं कि अगले कुछ सप्ताह में क्या होता है। क्या खिलाड़ी इस संबंध में किसी तरह का फैसला करते हैं।’

एटीपी और डब्ल्यूटीए टेनिस टूर ने भी ऑल इंग्लैंड क्लब के फैसले की आलोचना की है। विंबलडन 27 जून से शुरू हो रहा है। विंबलडन के प्रतिबंध के कारण जिन प्रमुख खिलाड़ियों पर असर पड़ेगा उनमें मौजूदा यूएस ओपन चैंपियन दानिल मेदवेदेव, आंद्रे रुबलेव और फ्रेंच ओपन उपविजेता अनास्तासिया पावलुचेनकोवा शामिल हैं। ये सभी खिलाड़ी रूस के हैं। इनके अलावा बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका भी विंबलडन में भाग नहीं ले पाएगी। बेलारूस ने यूक्रन पर रूसी हमले का समर्थन किया है।

जोकोविच ने इन खिलाड़ियों की स्थिति की तुलना जनवरी में उस स्थिति से की जब वह ऑस्ट्रेलियाई ओपन में भाग नहीं ले पाए थे। कोविड-19 का टीका नहीं लगवाने के कारण तब उन्हें ऑस्ट्रेलिया से निर्वासित कर दिया गया था। जोकोविच ने कहा, ‘यह अलग मामला है लेकिन इस साल के शुरू में मैं भी इसी तरह की स्थिति से गुजरा था। यह जानकर निराशा होती है कि आप किसी टूर्नामेंट में नहीं खेल पाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘मेरी राय स्पष्ट है और मैं उस पर कायम हूं कि मैं (विंबलडन) फैसले का समर्थन नहीं करता। मुझे लगता है कि यह उचित नहीं है, यह सही नहीं है।’
(जी.एन.एस)

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.
Back to top button