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छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम भूपेश बघेल का ऐलान- कांग्रेस की सरकार बनाओ फिर कर्ज माफ कर देंगे.

2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शपथ लेते ही किसानों का कर्ज माफ कर दिया था.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वादों की झड़ी लगा दी है. मुख्यमंत्री बघेल ने किसानों के लिए बड़ा ऐलान करते हुए लोगों से कहा कि कांग्रेस की सरकार बनाओ, फिर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा |

मुख्यमंत्री बघेल सोमवार को सक्ती विधानसभा क्षेत्र में आमसभा को संबोधित कर रहे थे

वे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत का नामांकन पत्र दाखिल करने सक्ती पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी ने किसानों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं के लिए एक भी घोषणा नहीं की |

इससे पहले हमारे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सबसे पहले घोषणा की थी कि छत्तीसगढ़ में जातीय जनगणना होगी

दूसरी घोषणा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने की कि 17.50 लाख गरीबों को घर दिये जायेंगे. केंद्र सरकार इसके लिए अपना हिस्सा दे या न दे, छत्तीसगढ़ सरकार गरीबों के लिए घर बनाकर रहेगी। प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान भी खरीदेंगे।मुख्यमंत्री बघेल सोमवार को सक्ती विधानसभा क्षेत्र में आमसभा को संबोधित कर रहे थे। वे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत का नामांकन पत्र दाखिल करने सक्ती पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी ने किसानों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं के लिए एक भी घोषणा नहीं की |

आज मैं सत्ता में आया हूं.

आज शारदीय नवरात्रि के दौरान मां शक्ति के उपासक यहां बैठे हैं और उनका उद्देश्य किसानों को मजबूत और शक्तिशाली बनाना है। इसलिए जिस तरह हमने पहले किसानों का कर्ज माफ किया था, उसी तरह दोबारा सरकार बनी तो कर्ज माफ करेंगे.

गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शपथ लेते ही किसानों का कर्ज माफ कर दिया था. सहकारी बैंकों और ग्रामीण बैंकों से कर्ज लेने वाले करीब 17 लाख 82 हजार किसानों के 9270 करोड़ रुपये के कर्ज माफ किये गये. पिछले चुनाव में यह भी कांग्रेस की बड़ी घोषणा थी |

अब सिर्फ घोषणाओं का ही सहारा बचा है: रमन

छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्जमाफी के वादे ने एक बार फिर राज्य की सियासत गरमा दी है. मुख्यमंत्री भूपेश के ऐलान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें पांच साल के विकास पर भरोसा नहीं है, अब सिर्फ घोषणाओं का ही सहारा बचा है, क्योंकि शायद दाऊ भूपेश बघेल ने सर्वे रिपोर्ट पढ़ ली है. उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर लिखाअब आप सोचिये कि इस किसान विरोधी सरकार ने फिर ऐसा क्या किया कि किसान फिर कर्जदार हो गए? मुख्यमंत्री ने घोषणा को अपने इंटरनेट मीडिया एक्स पर भी इसे साझा किया है।

कर्जमाफी के राजनीतिक मायने क्या हैं?

विधानसभा चुनाव 2018 में कर्जमाफी का मुद्दा कांग्रेस की जीत में बड़ा फैक्टर साबित हुआ था और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले ही यह घोषणा कर साफ कर दिया है कि कांग्रेस एक बार फिर इस पर विचार करेगी. किसानों के हितों को केंद्र में रखकर घोषणापत्र में गारंटी दें. है। हालांकि, बीजेपी कांग्रेस पर 2018 के जन घोषणा पत्र के 36 वादों को पूरा न करने का आरोप लगाती रही है. शराबबंदी, रोजगार, संविदा कर्मियों को नियमित करने जैसे कई मुद्दे अभी भी ज्वलंत हैं |

इस बार किसानों ने लिया ज्यादा कर्ज

छत्तीसगढ़ में चुनावी साल में किसानों ने कर्जमाफी की उम्मीद में कृषि कर्ज लेकर पिछले पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. किसानों ने पिछले साल की तुलना में 1,337 करोड़ रुपये ज्यादा कर्ज लिया है |

वर्ष लक्ष्य राशि पूर्ति राशि

2018-19 3600 3287.55

2019-20 4000 3981.45

2020-21 4600 4495.39

2021-22 5300 4747.77

2022-23 5800 5563.60

2023-24 6100 6900.00

(राशि करोड़ रुपये में)

 

India Edge News Desk

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