PoK पर अमित शाह ने याद दिलाया पंडित नेहरू का 'ब्लंडर' तो लोकसभा में हुई नोक-झोंक, अधीर रंजन चौधरी बोले, 'तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया'
संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में बोलते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के संबंध में पूर्व प्रधानमंत्री की 'गलतियां' याद दिलाई, जिस पर कांग्रेस ने पलटवार किया है
दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र में बुधवार (6 दिसंबर) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से पंडित जवाहरलाल नेहरू को लेकर दिए गए बयान पर निचले सदन में नोंक-झोंक देखने को मिली।
अधीर रंजन ने शाह पर लगाया तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप
क्या कहा था अमित शाह ने?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ”नेहरू के समय में जो ब्लंडर हुआ था, उसके कारण कश्मीर को भुगतना पड़ा. मैं मान्यवर इस सदन में खड़ा रहकर आपके आसन के सामने जिम्मेदारी के साथ कहता हूं कि दो बड़ी गलतियां, जो पंडित जवाहर लाल नेहरू के प्रधानमंत्री काल में हुईं, उनके लिए गए निर्णयों से हुईं, इसके कारण सालों तक कश्मीर को सहन करना पड़ा”।
गृह मंत्री शाह ने कहा, ”सबसे बड़ी गलती- जब हमारी सेना जीत रही थी, पंजाब का एरिया आते ही सीजफायर कर दिया गया और पाक अधिकृत कश्मीर का जन्म हुआ, अगर सीजफायर तीन दिन लेट होता तो पाक अधिकृत कश्मीर आज भारत का हिस्सा होता. दूसरा- यूएन के अंदर हमारे मसले को ले जाने की बहुत बड़ी गलती कर दी”।
‘दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा’
चौधरी ने कहा कि बीजेपी नेताओं के अनुसार ‘‘नेहरू देश के लिए हानिकारक हैं और आप (सरकार) देश के लिए कल्याणकारी हैं तो इस विषय पर दिनभर चर्चा करा ली जाए. दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा’’।
इस पर शाह ने कहा, ‘‘मैंने कभी ऐसा नहीं कहा कि नेहरू देश के लिए हानिकारक हैं. सत्तापक्ष से किसी सदस्य ने कभी यह बात नहीं की. मैंने कहा है कि कश्मीर की समस्या के मूल पर चर्चा होनी चाहिए. उसकी जड़ में कौन था.’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता चौधरी स्वयं कह रहे हैं कि ‘‘नेहरू हानिकारक थे तो इसमें हम क्या कर सकते हैं’’।